ट्रंप के फ़ैसले पर WHO ने जताया अफ़सोस
नई दिल्ली | डेस्क: अमरीकी राष्ट्रपति द्वारा WHO को दी जाने वाली मदद बंद किये जाने पर WHO ने अफसोस जताया है. अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की थी कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO का वो फंड बंद करने जा रहे हैं. ट्रंप ने कहा था कि अमरीका विश्व स्वास्थ्य संगठन को हर साल 40 करोड़ से 50 करोड़ डॉलर देता है और चीन महज चार करोड़ डॉलर.
अमरीकी राष्ट्रपति ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर इसके बावजूद चीन के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया और कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण में उसकी भूमिका ठीक नहीं रही. पूरे मामले पर अब विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रतिक्रिया आई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ट्रंप के फ़ैसले पर खेद जताया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख डॉ टेड्रोस एडनम गिब्रिएसस ने कहा, ”अमरीका लंबे समय से विश्व स्वास्थ्य संगठन का दोस्त रहा है और वो आर्थिक रूप से मदद भी करता रहा है.” ट्रंप के इस फ़ैसले की आलोचना हो रही है.
अमरीका के जाने-माने उद्योगपति और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक ने ट्रंप के फ़ैसले को ख़तरनाक बताया है.
डॉ टेड्रोस ने कहा, ”अमरीका के फंड बंद करने के बाद पड़ने वाले प्रभाव की विश्व स्वास्थ्य संगठन समीक्षा कर रहा है. हम अपने पार्टनर्स के साथ आर्थिक संकट को लेकर काम करेंगे ताकि किसी तरह की दिक़्क़त ना हो. हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि काम रुके नहीं.”