गोरखपुर रेल हादसे में 14 मरे
गोरखपुर | एजेंसी: देश में बुलेट ट्रेन की बात की जा रही है वहीं एक्सप्रेस ट्रेनों में आपस में टक्कर रुक नहीं रह रही है. मंगलवार रात को गोरखपुर के पास बरौनी-कृषक एक्सप्रेस ट्रेनों की टक्कर के बाद कृषक एक्सप्रेस के चालक को निलंबित कर दिया है. इससे सवाल खड़े होते हैं कि हमारे देश में रेल के चालक लापरवाही पूर्ण तरीके से ट्रेन चलाते हैं. ऐसे में देश में बुलेट ट्रेनों का सुरक्षित परिचालन एक सपने के समान है. गौरतलब है कि बुलेट ट्रेनों की गति 300 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा होती हैं वहीं 100 किलोमीटर की गति वाले ट्रेन ही नहीं संभल रहें हैं.
गोरखपुर जिले में मंगलवार देर रात हुए लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस रेल हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई. दुर्घटना के संबंध में कृषक एक्सप्रेस के चालक और सहायक चालक को निलंबित कर दिया गया है. गोरखपुर के कैंट स्टेशन के पास नंदानगर क्रॉसिंग पर मंगलवार रात करीब 11.30 बजे लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस और कृषक एक्सप्रेस के बीच आमने-सामने की टक्कर हो गई. हादसा चालक द्वारा सिग्नल की अनदेखी किए जाने के कारण हुआ बताया जा रहा है. हादसे में करीब 50 लोग घायल हुए हैं.
दुर्घटनास्थल पर पहुंचे पूवरेत्तर रेलवे के कार्यकारी महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने कहा कि गोरखपुर के नंदानगर के क्रॉसिंग पर ट्रैक शूटआउट करने के कारण ही रेल हादसा हुआ. इसकी जांच रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त पी.के.वाजपेयी करेंगे.
उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह 9़ 30 बजे तक पटरी से गाड़ियों का आवागमन शुरू हो गया. हादसे के लिए प्रथम दृष्टया जिम्मेदार कृषक एक्सप्रेस के चालक और सहायक चालक को निलंबित कर दिया गया है.
इस बीच, रेल मंत्री डी़ वी़ सदानंद गौड़ा ने बुधवार को ट्विटर पर रेल हादसे के संदर्भ में लिखा, “गोरखपुर में हुआ रेल हादसा दुखद है. मैं हादसे में मारे गए 14 मासूम लोगों के परिवारों के साथ संवेदना जताता हूं.”
रेल मंत्री ने कहा, “यह हादसा रेलगाड़ी के चालक द्वारा सिग्नल की अनदेखी किए जाने के कारण हुआ. चालक को निलंबित कर दिया गया है. लापरवाही के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी.”
घायलों को गोरखपुर के जिला अस्पताल, बी.आर.डी. मेडिकल कॉलेज तथा रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
वहीं हादसे पर दुख जताते हुए रेल मंत्रालय ने सहायता राशि की भी घोषणा कर दी है. दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को एक-एक लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 20-20 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है. इसके अलावा रेलवे ने मदद के लिए कुछ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं.
हादसे में लखनऊ -बरौनी एक्सप्रेस के शयनयान श्रेणी के चार डिब्बे पटरी से उतरे गए थे. रेलगाड़ी में सवार यात्रियों के अनुसार, छावनी स्टेशन से रवाना होने के बाद रेलगाड़ी लगभग एक किलोमीटर आगे बढ़ी थी कि तेज आवाज के साथ झटका महसूस हुआ. वे कुछ समझ पाते कि इससे पहले ही रेलगाड़ी रुक चुकी थी.
इंजन के बाद चौथे, पांचवें नंबर की बोगी पलट गई, जबकि छह व सात नंबर के डिब्बे पटरी से उतर गए. हादसे के वक्त अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य में दिक्कत आ रही थी.