ट्राई की सिफारिशों पर तय होंगे 2जी स्पेक्ट्रम मूल्य
नई दिल्ली: उच्चाधिकार प्राप्त मंत्रियों के समूह (ईजीओएम) ने फैसला किया है कि 2जी स्पोक्ट्रम की अगली नीलामी में स्पेक्ट्रम का आरक्षित मूल्य ट्राई की सिफारिशों के अनुसार तय किया जाएगा. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) से इस मामले में 60 दिन में अपनी सिफारिश देने को कहा गया है.
दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने इस बारे में बताया है कि स्पेक्ट्रम रिजर्व प्राइस के मुद्दे को ट्राई के पास भेजने का फैसला किया गया है और हम ट्राई से आग्रह करेंगे कि वह अपनी सिफारिशें 60 दिन के भीतर दे दे क्योंकि सरकार आगे कार्रवाई करने तथा स्पेक्ट्रम बेचने को लेकर बहुत गंभीर है.
दूरसंचार विभाग को 22 में से 20 सर्किलों में 2जी स्पेक्ट्रम बिक्री के लिये तीसरे चरण में नीलामी करानी है. इस चरण में विभाग 800 मेगाहर्ट्ज (सीडीएमए सेवा के लिए), 900 (जीएसएम) और 1800 मेगाहर्ट्ज (जीएसएम) बैंड में 2जी सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम नीलामी करेगी.
उल्लेखनीय है कि 2जी स्पेक्ट्रम के पिछले चरण की नीलामियों में आरक्षित मूल्य (रिज़र्व प्राइस) अधिक होने के चलते टेलीकॉम कंपनियों ने उसे खरीदने में खास रुचि नहीं दिखाई थी.