टोयोटा में तालाबंदी खत्म, गतिरोध बरकरार
बैंगलुरु | एजेंसी: वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा इंडिया में आठ दिनों से जारी तालाबंदी तो सोमवार तड़के समाप्त हो गई, लेकिन कंपनी और कंपनी कर्मचारियों के बीच गतिरोध बरकरार है, क्योंकि कर्मचारियों ने काम शुरू करने के लिए एक हलफनामे पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया.
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर लिमिटेड के युनियन प्रमुख प्रसन्ना कुमार ने बताया, “हम किसी भी तरह का हलफनामा देने और उस पर हस्ताक्षर करने के खिलाफ हैं. हममें से किसी ने सुबह छह बजे शुरू हुए प्रथम शिफ्ट में कारखाने में प्रवेश नहीं किया.”
प्रबंधन इस बात पर जोर दे रहा है कि कर्मचारियों को कंपनी के नियम के अनुसार हलफनामा देना चाहिए.
हालांकि, आठ घंटे की शिफ्ट में काम करने वाले लगभग 2000 में से 500 कर्मचारी कारखाने के गेट पर सुबह से मौजूद हैं, और नौकरी पर फिर से जाने के लिए कंपनी द्वारा हलफनामा वापस लिए जाने का इंतजार कर रहे हैं.
कुमार ने कहा, “तालाबंदी गैरकानूनी है, यह प्रबंधन के ऊपर है कि वह इसे हटाए और हमें काम पर वापस आने की अनुमति दे. हलफनामा हमारे काम करने के अधिकार के खिलाफ है. हमें हमारे हितों को बचाने का अधिकार है.”
चूंकि गतिरोध बना हुआ है, लिहाजा यूनियन ने इसे समाप्त करने के लिए सरकार को मध्यस्थ बनाने का फैसला किया है.
कुमार ने कहा, “राज्य सरकार के पास कंपनी में लगे तालाबंदी को हटाने का निर्देश देने के अधिकार हैं, लिहाजा हमने मध्यस्थता के लिए श्रम सचिव से समय की मांग की है.”
कंपनी के सुरक्षा गार्ड के अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को भी बिदाडी औद्योगिक इलाके में स्थित दो कारखानों में कानून व्यवस्था बरकरार रखने के लिए तैनात किया गया है.
यूनियन ने यह आरोप लगाया है कि 20 मार्च को तालाबंदी हटाने के फैसले के बाद भी प्रबंधन ने 13 अतिरिक्त कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है.
कुमार ने कहा, “हमें प्रबंधन द्वारा राज्य श्रम कार्यालय को तालाबंदी के 24 मार्च को समाप्त होने का संदेश दिए जाने के बाद 13 अतिरिक्त कर्मचारियों के निलंबन की जानकारी मिली. अब तक निलंबित किए गए 30 कर्मचारियों में 10-12 को ही निलंबन का पत्र मिला है.”