वार्ता-आतंकवाद एक साथ नहीं: सुषमा
नयी दिल्ली | समाचार डेस्क: सुषमा स्वराज ने कहा पाकिस्तान को बताया जा चुका है कि आतंकवाद जारी रहते वार्ता संभव नहीं. इसे कूटनीतिज्ञ भाषा में समझा जाये तो भारत के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को आतंकवाद से तौबा करने के बाद ही वार्ता करने की समझाइश दी है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि पाकिस्तान को बहुत पहले ही बताया जा चुका है कि जहां तक दोनों देशों के बीच संवाद का सवाल है, तो यह साफ है कि वार्ता और आतंकवाद एक साथ संभव नहीं है.
सुषमा ने एक सवाल के जवाब में यह बात कही. उन्होंने कहा, “चूंकि इस बात को साफ कर दिया गया है, इसलिए हमने आतंकवाद पर बात करने का फैसला किया है.”
सुषमा से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान से वार्ता में भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी शिविरों का मुद्दा उठाया था? उन्होंने जवाब में कहा कि आतंकवाद से जुड़े सभी मुद्दों पर पड़ोसी देश से बात की गई है.
उन्होंने कहा, “भारत और पाकिस्तान ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से संचालित आतंकी संगठनों पर बात की है.” उन्होंने उम्मीद जताई कि बातचीत के जरिए आतंक की समस्या पर काबू पा लिया जाएगा.
सुषमा ने सोमवार को संसद के दोनों सदनों में अपनी 8-9 दिसंबर की पाकिस्तान यात्रा पर बयान दिया था.