जैसे को तैसा, डोल्कन ईसा को वीजा
नई दिल्ली | विशेष संवाददाता: भारत ने डोल्कन ईसा को वीजा देकर चीन के जैसे को तैसे का जवाब दिया है. डोल्कन ईसा को चीन आतंकवादी मानता है जिसे भारत ने हाल ही में इलेक्ट्रानिक वीजा दिया है. अब डोल्कन हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में 28 अप्रैल से लेकर 1 मई तक होने वाले एक सम्मेलन में भाग ले सकता है. इतना ही नहीं डोल्कन ईसा के तिब्बत के नेता दलाई लामा से भी मिल सकता है.
उल्लेखनीय है कि चीन के अनुसार डोल्कन ईसा उइगर नेता है तथा चीन के शिजियांग प्रांत में आतंकवाद को बढ़ावा देता है. कुछ समय पहले चीन ने पाकिस्तान के आतंकवादी अजहर मसूद को भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र में आतंकवादी घोषित करने के कोशिश को अपने ‘वीटो’ से पतीला लगा दिया गया था. अब भारत द्वारा डोल्कन ईसा को वीजा दिया जाना उसके करारे जवाब के रूप में देखा जा रहा है.
गौरतलब है कि कभी चीन के नेता माओ जे दुंग कहा करते थे tit for tat याने ‘जैसे तो तैसा’. अब माओ नहीं रहें तथा चीन ने भी बाजार अर्थव्यवस्था को अपना लिया है. उसके बाद भई चीन की भारत के प्रति नीतियों के जमीनी हकीकत में कोई बदलाव नहीं आया है. दुश्मन का दुश्मन दोस्त के नीति पर चलते हुये चीन ने भारत के प्रतिद्वंदी पाकिस्तान में वहां की सरकार के शह पर रह रहे अजहर मसूद को आतंकवादी आतंकवादी घोषित नहीं करने दिया था.
राजनीतिक तथा कूटनीतिज्ञ हल्कों में इसे भारत के करारे जवाब के रूप में देखा जा रहा है. उधर चीन भई भारत के इस कदम से तिलमिलाया हुआ है. अब चीन जोर देकर बोल रहा है कि उसने तो डोल्कन ईसा को आतंकवादी घोषित करके उसके खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया है. इसलिये भारत को यह वीजा नहीं देना चाहिये थे.
चीन के इस आरोप पर अभी तक भारत की कोई आधिकारित टिप्पणी या बयान सामने नहीं आया है. बहरहाल चीन के जैसे को भारत का तैसे का जवाब समाचारों की सुर्खियां बटोर रहा है.
चीन के लिये सीधे तौर पर भारत के खिलाफ़ किसी कदम की उम्मीद नहीं है क्योंकि भारत चीनी सामानों के लिये सबसे बड़ा बाजार है.