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बिजली गिरने से उप्र-बिहार में 107 की मौत

नई दिल्ली | डेस्क: गुरुवार को बिहार में बिजली गिरने से करीब 83 लोगों की मौत हो गई है. वहीं उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने से 24 लोगों की मौत हुई है.

बीबीसी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर अपनी संवेदना प्रकट करते हुए ट्वीट किया है, “बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ ज़िलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला. राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं. इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं.”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना पर ट्वीट कर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट किया है, “बिहार में बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत की ख़बर सुनकर स्तब्ध हूँ. भगवान उनके प्रियजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति दे. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करें.


बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से शाम 6:30 बजे जारी आकंडों के मुताबिक़ गुरुवार को राज्य में आकाशीय बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हैं.

राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने ज़िलों से फ़ोन पर मिलने वाली जानकारी के आधार पर यह सूची जारी की है.

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार सबसे ज़्यादा मौतें गोपालगंज में हुई हैं जहां 13 लोग मारे गए हैं.

बिहार के क़रीब 23 ज़िले में बिजली गिरने से जान-माल का नुक़सान हुआ है. गोपालगंज के बाद मधुबनी और नवादा में आठ-आठ लोग मारे गए हैं.

इसके अलावा सिवान में छह, भागलपुर में छह, पूर्वी चंपारण, दरभंगा और बांका में पाँच-पाँच और पश्चिमी चंपारण में दो लोगों की मौत की ख़बर है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुमार के कार्यालय की तरफ़ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में वज्रपात से मरे लोगों के लिए शोक संवेदना व्यक्त की गई है.

मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे ख़राब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें और वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन की ओर से जारी गाइडलाइन का अनुपालन करें.

मुख्यमंत्री की ओर यह भी घोषणा की गई है कि मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की मुआवज़े की राशि प्रदान की जाएगी.

बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष राजद के तेजस्वी यादव ने लोगों की मौत पर दुख जताया है.

इसी तरह उत्तर प्रदेश में कई हिस्सों में हुई भारी बारिश के बीच आकाशीय बिजली गिरने से कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. कई जगहों से पशुओं के भी मरने की ख़बरें हैं.

उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया, “आकाशीय बिजली से सिर्फ़ आज होने वाली मौतों की संख्या 24 है. सबसे ज़्यादा नौ लोगों की मौत देवरिया ज़िले में, जबकि छह लोगों की मौत प्रयागराज ज़िले में हुई है.”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है और दिवंगतों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं.

आकाशीय बिजली का सबसे ख़तरनाक असर गोरखपुर-बस्ती मंडल पर पड़ा है जहां 12 लोगों की मौत हो गई और बीस से ज़्यादा लोग बुरी तरह से झुलस गए. शुरुआती जानकारी के मुताबिक़ इनमें ज़्यादातर घटनाओं के दौरान लोग खेतों में काम कर रहे थे. देवरिया के अलावा सिद्धार्थनगर में दो और कुशीनगर में एक व्यक्ति की मौत हुई है.

देवरिया ज़िले में शाम चार बजे के क़रीब अचानक तेज़ आवाज़ के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में बिजली गिरने की घटना हुई और शॉर्ट सर्किट की वजह से बिजली के कई उपकरण और कंप्यूटर जलकर ख़ाक हो गए. एसडीएम सदर दिनेश मिश्र के मुताबिक़ दफ़्तर में काफ़ी नुक़सान हुआ है.

सिद्धार्थनगर के इटवा थाना क्षेत्र में बिजली गिरने से दो बुज़ुर्ग समेत तीन लोगों की मौत हो गई. ये लोग गांव के बाहर खेत में काम कर रहे थे. अचानक मूसलाधार बारिश के बीच बिजली गिरी और उसकी चपेट में आकर तीनों की मौत हो गई.

प्रयागराज के यमुनापार क्षेत्र में भी तेज़ बारिश के साथ बिजली क़हर बनकर गिरी. यहां आकाशीय बिजली की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई है जबकि सात लोग बुरी तरह से झुलस गए हैं. राज्य के कई ज़िलों में पेड़ उखड़ने और पशुओं के मरने भी ख़बर है. कई जगहों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है.

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