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‘महतारी वंदन’ के वंचितों का टूटने लगा सब्र

रायपुर। संवाददाताः छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना से वंचित हितग्राहियों का सब्र अब जवाब देने लगा है. उनका इंतजार कुछ ज्यादा ही लंबा होता जा रहा है.

बचे हितग्राही आवेदन प्रक्रिया दोबारा शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

वंचित महिलाएं लगातार संबंधित विभाग के चक्कर काट रही हैं और पूछ रही हैं कि उनका आवेदन आखिर कब भरा जाएगा?

लेकिन कहीं से उनको सही जवाब नहीं मिल रहा है.

इस योजना का लाभ वर्तमान में प्रदेश की 70 लाख 12 हजार 800 महिलाएं ले रही हैं. उन्हें प्रत्येक माह एक-एक हजार रुपए दिए जा रहे हैं.

छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव के अपने घोषणा पत्र में महतारी वंदन योजना शुरू कर प्रत्येक महिला को हर माह एक-एक हजार रुपए देने का ऐलान किया था.

चुनाव जीतने के बाद एक मार्च 2024 को योजना का शुभारंभ किया गया. तब से महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही हैं.

सरकार ने महतारी वंदन योजना के लिए पहले चरण में 5 से 20 फरवरी तक आवेदन मंगाए गए थे.

आवेदन आनलाइन और आफलाइन दोनों तरह से लिए गए थे.

पहले चरण में जिन हितग्राहियों ने आवेदन किया, उन्हें राशि मिलनी शुरू हो गई है.

इस योजना के तहत अब तक पांच किस्त जारी हो चुकी है.

अगस्त में इसकी छठवीं किस्त जारी होगी.

ऐसे हितग्राही जो पहले चरण में आवेदन नहीं कर पाए थे, उनके आवेदन अभी नहीं लिए जा रहे हैं.

दोबारा फार्म भरने की प्रकिया को शुरू ही नहीं किया जा रहा है.

योजना का पोर्टल भी बंद कर दिया गया है.

लोकसभा चुनाव की अचार संहिता हटने के बाद प्रक्रिया के दोबारा शुरू करने की उम्मीद थी, लेकिन राज्य सरकार ने अब तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है.

अमलेश्वर पालिका में हजार से अधिक हितग्राही वंचित

राजधानी रायपुर से लगे अमलेश्वर नगर पालिका में ही एक हजार से अधिक महिलाएं योजना से वंचित हैं.

महिलाएं रोज पालिका और आंगनबाड़ी केंद्रों के चक्कर लगा रही हैं.

पालिका के अंदर पांच गांव खुड़मुड़ा, मगरघटा, भोथली, अमलेश्वर और डीह शामिल हैं, जिसे 17 केन्द्रों में बांटा गया है.

महतारी वंदन योजना के फार्म जमा करने वाली भोथली आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता महेश्वरी ध्रुव ने बताया कि इन सभी केंद्रों से 3 हजार 588 आवेदन प्रथम चरण में मिले थे.

इनमें से कितने आवेदन निरस्त हुए थे, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.

उन्हें मात्र 5 आवेदनों की जानकारी है. पांचों के दस्तावेजों में कुछ कमी थी.

अब उनसे संपर्क करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वे मिल नहीं रहे हैं. फोन नंबर भी बंद बता रहे हैं.

उन्होंने बताया कि पालिका क्षेत्र से एक हजार से ज्यादा महिलाएं हैं, जिनके आवेदन जमा नहीं हुए हैं.

आंगनबाड़ी केन्द्र-1 की कार्यकर्ता ने बताया कि उनके पास 615 आवेदन आए थे, जिसमें से 85 आवेदन निरस्त किए गए थे.

इन हितग्राहियों को बार-बार दस्तावेज सुधारने के लिए कह रहे हैं. नये आवेदक भी आ रहे हैं.

इसी तरह ग्राम सांकरा में 1200 महिलाओं ने महतारी वंदन योजना के लिए आवेदन भरे थे, जिसमें 995 आवेदन सही हैं.

बाकी 205 आवेदनों को पेंडिंग दिखाया जा रहा है.

गांव में अभी भी 80-90 हितग्राहियों के आवेदन नहीं भराए गए हैं.

इसी तरह ग्राम मोतीपुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ममता सिंगौर ने बताया कि यहां महतारी वंदन योजना का लाभ 474 हितग्राहियों को मिल रहा है.

प्रथम चरण में कुल 477 हितग्राहियों ने आवेदन जमा किए थे.

इनमें से तीन महिलाओं का आवेदन पेंडिंग में है. गांव में 17 महिलाओं का आवेदन करना अभी बाकी है.

ये महिलाएं फार्म भरने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पास आए दिन जाती हैं.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज देती हैं.

22,632 फार्म हुए थे निरस्त

महतारी वंदन योजना के राज्य भर से कुल 70 लाख 26 हजार 352 आवेदन आए थे.

सरकार ने इन आवेदनों का कड़ाई से निरीक्षण कराया.

नियम विरूद्ध एवं अन्य गलती वाले कुल 22 हजार 6 सौ 32 आवेदनों को भी निरस्त किया गया.

इनमें से कुछ हितग्राहियों ने दो-दो बार आवेदन कर दिए थे. कुछ का आधार कार्ड लिंक नहीं था.

कई हितग्राहियों ने धीरे-धीरे इनमें सुधार करवाया और फिर उन्हें योजना का लाभ मिलने लगा.

अधिकारियों का कहना है कि योजना से जुड़ी किसी भी प्रकार के असुविधा के लिए जिला वार कंट्रोल रूम बनाया गया है.

आधार लिंक और डीबीटी जरूरी

अधिकारियों का कहना है कि योजना का लाभ तभी मिल सकता है, जब सभी दस्तावेज पूर्ण रहेंगे.

दस्तावेजों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए.

हितग्राहियों का आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक होना चाहिए. साथ ही डीबीटी सक्रिय होना अनिवार्य़ है.

विभाग द्वारा शुरू में विशेष अभियान चलाकर हितग्राहियों का आधार लिंक और डीबीटी सक्रिय करवाया गया था.

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