इतिहास की बात होगी टेलीग्राम सेवा
नई दिल्ली: ईमेल और एसएमएस जैसे संचार माध्यमों के युग में पूरी तरह से चलन से बाहर हुई टेलीग्राम यानी तार सेवा को बंद करने का फैसला लिया गया है. आगामी 15 जुलाई से भारत में 160 वर्ष पुरानी टेलीग्राम सेवा पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी. ऐसे में कभी दुख-सुख के समाचार पहुँचाने का सबसे लोकप्रिय साधन रहे तार बीते जमाने की बात हो जाएंगे.
सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम के वरिष्ठ प्रबंधक (टेलीग्राफ सेवा) शमीम अख्तर ने इसके बाबत जानकारी देते हुए बताया कि विदेशो को भेजी जाने वाली टेलीग्राम सेवा को दो माह पहले ही बंद किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि इस विभाग में कार्यरत कर्मचारियों को बीएसएनएल के दूसरे विभागो जैसे मोबाईल तथा टेलीफोन में समायोजित कर लिया जायेगा.
संचार क्रांति के इस जमाने में अब टेलीग्राम सेवा का ज्यादा उपयोग नही किया जाता है. आंकड़ों की माने तो देशभर में एक साल में लगभग पाँच हजार ही तार भेजे जाते हैं जिनसे सिर्फ 75 लाख की आमदनी होती है, जबकि इस सेवा को चलाने और इसके प्रबंधन पर खर्च 100 करोड़ रुपए बैठता है. यही कारण है कि टेलीग्राम सेवा को जारी रखना व्यवसायिक रूप से अहितकर साबित हो रहा था और अब 15 जुलाई से इसे बंद करने का फैसला लिया गया है.