फल-फूल रहा टैटू कारोबार
नई दिल्ली | एजेंसी: भारत में असंगठित टैटू उद्योग का एक ताजा सर्वेक्षण के मुताबिक पिछले एक साल में सौ प्रतिशत विस्तार हुआ है. विशेषज्ञ हाल के वर्षो में इस सेक्टर में जबरदस्त उछाल का श्रेय ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण सरीखे बॉलीवुड सितारों को देते हैं.
वेबसाइट ‘मायडाला डॉट कॉम’ की एक रिपोर्ट से देश के टैटू उद्योग में हुए विस्तार का पता चलता है. मायडाला डॉट कॉम की संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनीशा सिंह ने बताया, “भारत में पिछले चाल वर्षो में टैटू कारोबार काफी तेजी से बढ़ा है और इसकी मुख्य वजह बॉलीवुड है.”
उन्होंने कहा, “पूर्व में 18-25 आयु वर्ग के युवा ही टैटू कराते थे, लेकिन अब 40 साल का व्यक्ति भी अपने शरीर पर एक टैटू जरूर बनवाना चाहता है.” वर्ष 1960 में टैटू को विद्रोह के प्रतीक के रूप में लिया जाता था. वर्ष 1990 तक इसे फैशन के रूप में ले लिया जाने लगा.
दिल्ली में स्थित लोंस टैटू के मालविन शिमरे ने बताया, “भारत में टैटू उद्योग अभी विकसित हो रहा है. पश्चिमी देशों की तुलना में यहां प्रयुक्त हो रहे डिजाइन और प्रौद्योगिकी उतनी अच्छी नहीं है. टैटू गोदना एक कला है, लेकिन लोग इसे एक गलत काम की तरह देखते हैं.”
वह कहते हैं कि आमतौर युवा आंख मूंदकर नया चलन अपना लेते हैं, लेकिन टैटू हमेशा रहता है इसलिए सोच समझकर निर्णय लेना चाहिए.
टैटू डिजाइनों में धार्मिक चित्र जैसे भगवान शिव, गणेश और चटख रंगों में पंखों वाले डिजाइन सबसे लोकप्रिय हैं. टैटू के प्रति बॉलीवुड का प्यार जगजाहिर है.
अभिनेता ऋतिक रोशन और उनकी पत्नी सुजैन ने एक जैसा टैटू गुदवाया. यही नहीं ऋतिक ने कलाई पर पत्नी का नाम भी गुदवाया.
अपने प्रिय व्यक्ति का नाम या आद्यक्षर गुदवाना एक नया चलन है. अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने अपनी दाईं बांह पर ‘डैडी लिटिल गर्ल’ गुदवाया हुआ है.
वहीं अक्षय कुमार ने अपनी पीठ पर बेटे आरव का नाम गुदवाया हुआ है.
वहीं, हॉलीवुड में भी कुछ हस्तियों ने इस कला के प्रति अपना प्यार जाहिर किया है. हॉलीवुड अभिनेत्री एंजेलिना जॉली तो एक दर्जन से अधिक टैटू गुदवा चुकी हैं. मेगन फॉक्स, लेडी गागा, रिहाना, माइली साइरस और पेरिस हिलटन भी अपने टैटू के लिए जानी जाती हैं.