राष्ट्र

तेजपाल: जमानत पर सुनवाई

नई दिल्ली | एजेंसी: तहलका के संपादक तरुण तेजपाल के जमानत की सुनवाई बुधवार के दोपहर 3.30 तक के लिये स्थगित कर दी गई है. तरुण तेजपाल की ओर से पेश हुए एक कनिष्ठ वकील ने न्यायालय को बताया कि उनके वरिष्ठ अधिवक्ता के.टी.एस तुलसी सर्वोच्च न्यायालय में व्यस्त हैं, लिहाजा वह तीन बजे के बाद यहां उपलब्ध हो पाएंगे. इसके बाद न्यायमूर्ति सुनीता गुप्ता ने सुनवाई स्थगित कर दी.

गौर तलब है कि इससे पहले सोमवार को न्यायालय ने तेजपाल को किसी तरह की राहत देने से इंकार कर दिया था और पुलिस से बुधवार तक इस मामले में जवाब देने को कहा था.

गोवा पुलिस ने इस याचिका का विरोध करते हुए इसे गंभीर मामला बताया था. पुलिस ने यह भी कहा कि उन्हें जमानत याचिका की प्रति भी अभी नहीं मिली है.

तेजपाल पर उनकी महिला सहकर्मी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है.

तेजपाल ने इसके पहले 22 नवंबर को जांचकर्ताओं से कहा था कि होटल के सीसीटीवी के फूटेज की जांच की जाए और उसे जारी किया जाए, ताकि घटना की वास्तविकता सामने आ सके.

उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ गोवा पुलिस द्वारा दायर प्राथमिकी और शुरू की गई जांच, भारतीय जनता पार्टी को लंबे समय पूर्व, तहलका की खोजी पत्रकारिता के कारण लगे जख्मों का बदला लेने की भाजपा की नीयति का परिणाम है. भाजपा उस समय केंद्र में सत्ता में थी.

उल्लेखनीय है कि 2001 में भाजपा नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के नेताओं के स्टिंग ऑपरेशन किए गए थे. इस स्टिंग के जरिए रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था. जिसके परिणामस्वरूप भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण और तत्कालीन रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नाडीस को इस्तीफा देना पड़ा था.

तेजपाल ने कहा है उनके खिलाफ दर्ज दुष्कर्म की प्राथमिकी उनके खिलाफ गलत तरीके से मुकदमा चलाने की एक सुनियोजित आपराधिक साजिश को जामा पहनाने के लिए है.

गोवा पुलिस ने तहलका के संस्थापक तरुण तेजपाल को बुधवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. यह जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी. तेजपाल पर 7-8 नवंबर को गोवा में सम्मेलन के दौरान महिला सहकर्मी के यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है.

तेजपाल की अग्रिम जमानत याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय में बुधवार को सुनवाई होने की संभावना है और इसी दिन उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है.

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