रायपुर में स्वाइन फ्लू की दवा नहीं
रायपुर | संवाददाता: स्वाइन फ्लू से हो रही मौत के बीच खबर है कि रायपुर में स्वाइन फ्लू की दवा ही उपलब्ध नहीं है. दवा की यह कमी लोगों की जान ले सकती है. हालांकि सरकार का दावा है कि सरकारी अस्पतालों में दवा का स्टॉक अभी उपलब्ध है.
दवा व्यापारियों का कहना है कि स्वाइन फ्लू से निपटने वाली दवा टेमी फ्लू रायपुर में उपलब्ध नहीं है. असल में इस दवा की आपूर्ति करने वाली सिप्ला कंपनी ने अपना स्टॉक रायपुर से नागपुर शिफ्ट कर दिया है. छत्तीसगढ़ ड्रगिस्ट एंड केमिस्ट एसोसिएशन इस शिफ्टिंग के विरोध में सिप्ला कंपनी का बहिष्कार कर रहा है. यही कारण है कि पिछले पखवाड़े भर से सिप्ला कंपनी की दवा बाजार में उपलब्ध नहीं है. स्वाइन फ्लू के अलावा अस्थमा की दवाइयां भी यहां उपलब्ध नहीं हैं.
गौरतलब है कि स्वाइन फ्लू स्ट्रेन इनफ्लुएंजा वायरस A से होने वाला इनफेक्शन है. H1N1 के नाम से चर्चित इस वायरस के गुणधर्म सूअरों के इनफ्लुएंजा से मिलते जुलते हैं, इसलिये इसे स्वाइन फ्लू का नाम दिया गया है. मौसम में नमी के कारण फैलने वाला स्वाइन फ्लू किसी समय महामारी की तरह फैला था लेकिन 10 अगस्त 2010 को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इस महामारी के खत्म होने की घोषणा कर दी थी. लेकिन इस साल पूरे भारत में इसके मामले लगातार सामने आ रहे हैं. केरल से लेकर राजस्थान तक अब तक बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है.
सर्दी-खांसी, लगातार नाक बहना, मांसपेशियों में दर्द, सीर में दर्द, दवा खाने पर भी बुखार का लगातार बढ़ते जाने की शिकायत स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं. हालांकि इस बीमारी का समय पर इलाज करवाया जाये तो इससे निपटा जा सकता है.
ज़िले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि सरकारी अस्पताल में दवा उपलब्ध है और इससे घबराने की जरुरत नहीं है. जिले के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आर के चंद्रवंशी ने कहा कि निजी अस्पताल अगर दवा की मांग कर रहे हैं तो उन्हें वहां भी यह उपलब्ध कराई जा रही है. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि दवा का स्टॉक सरकारी अस्पताल के लिये है, इसलिये इसे बड़ी मात्रा में वितरित कर पाना संभव नहीं है. उन्होंने सलाह दी कि इस बीमारी की चपेट में आने पर इलाज के लिये सरकारी अस्पताल को चुनना बेहतर विकल्प हो सकता है.