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सुषमा का बयान तथ्यहीन: कांग्रेस

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: कांग्रेस ने ललित मोदी प्रकरण में सुषमा स्वराज पर हमला तेज कर दिया है. कांग्रेस नेता ने कहा है कि पुर्तगाल के कानून के अनुसार सर्जरी के पहले पति के हस्ताक्षर आवश्यक नहीं हैं. उल्लेखनीय है कि इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह कहकर सफाई दी थी कि ललित मोदी को पत्नी की सर्जरी के लिये मानवीय आधार पर उन्होंने मदद की थी. सोमवार को सुषमा स्वराज के घर के सामने प्रदर्शन किया गया. कांग्रेस भ्रष्ट्राचार के आरोपी ललित मोदी को मदद देने के मुद्दे को गर्म बनाये रखना चाहती है, वहीं आम आदमी पार्टी के कुमार विश्वास ने भी सुषमा से सार्वजनिक स्पष्टीकरण मांगा है. आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के कथित निकटता पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने सोमवार को सुषमा पर जमकर हमला बोला. वहीं कांग्रेस ने इस मामले में अपनी मांग को दोहराते हुए कहा कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. पुर्तगाल जाने के लिए दस्तावेज उपलब्ध कराने में ललित मोदी की मदद करने को लेकर पर सुषमा स्वराज पर हमला जारी रखते हुए कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि इस मामले पर उनकी सफाई पूरी तरह से बनावटी है.

ललित मोदी के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस जारी किया हुआ है.

कांग्रेस नेता पी.एल. पुनिया ने यहां संवाददाताओं से कहा, “सुषमा ने इस मामले में जिस तरह से ललित मोदी की सहायता की है, वह राष्ट्रहित में नहीं है. उनकी सफाई बिल्कुल बनावटी है और यह तथ्यों पर खरी नहीं उतरती. पुर्तगाल के कानून के अनुसार किसी भी सर्जरी के लिए पति के हस्ताक्षर लेना जरूरी नहीं है.”

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पुनिया ने आरोप लगाया कि यह मदद सुषमा और मोदी के बीच ‘एक दूसरे को लाभ पहुंचाने’ का मामला है. ललित मोदी 2010 से लंदन में रह रहे हैं.

पुनिया ने कहा, “सुषमा स्वराज और ललित मोदी के बीच परिस्थितियों के आधार पर संपर्क स्थापित हुआ. एक दूसरे को लाभ पहुंचाने की प्रक्रिया के स्वरूप सुषमा ने ऐसे दागी व्यक्ति का समर्थन किया जो मनी लांड्रिंग और 700 करोड़ रुपये की कर चोरी समेत कई अन्य मामलों में आरोपी है.”

उन्होंने कहा कि तत्कालीन भारत सरकार ने ब्रिटेन से कहा था कि मोदी को विदेश जाने की अनुमति न दी जाए.

उन्होंने कहा, “ललित मोदी को विशेष सहायता प्रदान की गई और 24 घंटो के भीतर पूर्व आईपीएल प्रमुख को विदेश जाने की अनुमति मिल गई.”

कांग्रेस के प्रवक्ता पुनिया ने यह भी आरोप लगाया कि सुषमा का परिवार लंबे समय से ललित मोदी से जुड़ा हुआ है.

उधर, आप ने सोमवार को आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को मदद करने के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से स्पष्टीकरण की मांग की है. मामला पिछले साल जुलाई में ललित मोदी की कैंसर पीड़ित पत्नी के इलाज के लिए पुर्तगाल जाने में उनकी मदद करने से जुड़ा है.

आप नेता कुमार विश्वास ने कहा, “हम उनके इस्तीफे की मांग नहीं कर रहे, लेकिन उन्हें इस पर सार्वजनिक रूप से स्पष्टीकरण देना चाहिए.”

उन्होंने कहा कि ऐसे निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय से सलाह मशविरा किए बिना नहीं लिए जा सकते, “यदि ऐसा नहीं है, तो उन्हें इसपर सफाई देनी चाहिए.”

यह विवाद तब शुरू हुआ, जब ब्रिटिश अखबार ‘संडे टाइम्स’ ने एक रिपोर्ट में कहा कि ब्रिटेन में भारतीय मूल के सबसे लंबे समय से सांसद कीथ वाज और ब्रिटेन की वीजा तथा आव्रजन अधिकारी सारा रैपसन के बीच हुए ईमेल आदान-प्रदान में ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज उपलब्ध करवाने में स्वराज के नाम का इस्तेमाल किया गया था.

सुषमा ने रविवार को कहा था कि उन्होंने मानवीय आधार पर मोदी की मदद की थी.

युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता सोमवार को सुषमा के सफदरजंग लेन स्थित आवास पर प्रदर्शन करने जा रहे थे. लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उनके आवास की ओर जा रही सड़क पर बाड़ लगा दी थी, जिस कारण प्रदर्शनकारियों को उनके घर के पास ही प्रदर्शन करना पड़ा. हालांकि इस दौरान सुषमा घर पर मौजूद नहीं थीं. रविवार को कई दूसरी पार्टियों ने भी सुषमा के खिलाफ बयान दिया था. भूमि अधिग्रहण के बाद विपक्ष को एक दूसरा मुद्दा केन्द्र सरकार पर हमला बोलने के लिये मिल गया है.

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