अंधेरे में सरगुजा
अंबिकापुर | संवाददाता: सरप्लस बिजली का दावा करने वाले छत्तीसगढ़ राज्य में बिजली की हालत खराब है. सरगुजा जिला मुख्यालय में सोमवार को हुये विरोध प्रदर्शन के बाद भी अफसरों ने दावा किया है कि बिजली की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है और कहीं कोई परेशानी नहीं है. यह दावा तब है, जब आसपास के लगभग 250 गांवों में पिछले 5 दिनों से बिजली नहीं है. मैनपाट और राजपुर के हजारों घर अंधेरे में डूबे हुये हैं.
गौरतलब है कि पखवाड़े भर पहले बिजली विभाग ने मेंटेनेंस का काम किया था. लेकिन मानसून पूर्व हुई पहली बारिश ने ही बिजली विभाग की पोल खोल कर रख दी. रविवार को रात भर अंबिकापुर के कई इलाके अंधेरे में डूबे रहे. यहां तक कि बिजली विभाग के अधिकारी भी अपना फोन बंद कर के सो गये.
आम जनता का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा और शहर में लोगों ने घंटों राजपुर-कुसमी रोड को जाम कर दिया. लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा तो संसदीय सचिव सिद्धनाथ पैकरा ने लोगों को समझाइस दी और बिजली विभाग के अफसरों से चर्चा की. विधायक टीएस सिंहदेव ने भी पहल की और दावा किया कि 24 घंटे में बिजली की व्यवस्था सुधरने का आश्वासन दिया गया है. ले दे कर लोगों ने सड़क जाम को खत्म किया. लेकिन आम नागरिकों ने चेतावनी दी है कि अगर अगले 24 घंटे में बिजली की व्यवस्था नहीं सुधरी तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे.