आदिवासियों की जाति बदली
जगदलपुर | संवाददाता: सुकमा जिले के पाँच गांवों के हल्बा आदिवासियों की जाति बपदल दिए जाने का मामला सामने आया है. प्रभावित परिवारों की जाति राजस्व रिकार्ड में तेलगा अंकित होने से आदिवासी खासा परेशान हैं जबकि ये आदिवासी सामान्य वर्ग के अंतर्गत आते हैं.
इन परिवारों की शिकायत पर बस्तर के कमिश्नर ने आदिम जाति अनुसंधान केंद्र को इन परिवारों की जाति का पता लगाने का निर्देश दिया था जिसके तहत केंद्र ने इनकी जाति का पता लगाने शुरु भी कर दिया है.
जिन पाँच गावों में जाति बदलने का मामला सामने आया है उसमें दो गांव अधिकारीरास व भंडाररास में 28 परिवारों को अनुसंधान अधिकारियों की टीम ने चिन्हित कर लिया है. आदिम जाति अनुसंधान केंद्र क्षेत्रीय जोन के उप संचालक श्री एमएलपंसारी का कहना है कि बाकी के गांवों मे भी जल्द ही जाँच दल जाएगा.
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब संबंधित गांव के कुछ युवक अपनी जाति सत्यापित कराने के लिए केंद्र पहुँचे थे और कई दिनों के बाद भी सत्यापन नहीं होने से उन्होंने इस मामले की जाँच कराने के आवेदन बस्तर कमिश्नर को दिया.