दंतेवाड़ा जेल में बंदी ने लगाई फांसी
दंतेवाड़ा | संवादताता: छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा जेल में एक बंदी की संदिग्ध मौत से सनसनी फैल गई है. जेल प्रशासन का दावा है कि बंदी दीप कुमार तिवारी ने अपने गमछे से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. पूर्व आरक्षक दीप कुमार तिवारी पर अपने ही चार साथियों की हत्या का आरोप था.
प्रशासन का कहना है कि गुरुवार को तड़के जेल के सुरक्षाकर्मियों ने दीप कुमार तिवारी की लाश को फांसी पर लटका हुआ पाया. इस बंदी द्वारा जिस सेल में आत्महत्या की बात कही जा रही है, उस सेल में 7 दूसरे बंदी भी थे. जेल प्रशासन का कहना है कि इस बारे में दूसरे कैदियों को कुछ पता नहीं चला. प्रशासन का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी.
गौरतलब है कि सीआरपीएफ की 111 बटालियन एफ के आरक्षक रहे दीप कुमार तिवारी ने दिसंबर में अपने 4 साथियों को गोली मार दी थी. बताया जाता है कि अरनपुर में तैनात इस जवान को एलर्जी थी और उसके साथी आरक्षक उसे यह कह कर चिढाते थे कि उसे एचआईवी एड्स हो गया है. इसके कारण वह काफी परेशान था.
लगातार परेशान दीप कुमार तिवारी ने रात में सो रहे अपने साथियों रमेश कुमार, पुरुषोत्तम लाल साहू अनिरुद्ध और चंदन सिंह पर इंसास से गोलियां चला कर उन्हें मार डाला था. इसके अलावा दीप कुमार तिवारी के इस हमले में सुनील रावत नामक एक मुख्य आरक्षक घायल हो गया था. इसके बाद दीप कुमार तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया था और तब से ही वह दंतेवाड़ा जेल में था.