स्वामी FM बनना चाहते हैं: कांग्रेस
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: कांग्रेस ने दावा किया है कि सुब्रमण्यम स्वामी देश के वित्तमंत्री बनना चाहते हैं. इसीलिये वे अपरोक्ष रूप से रघुराम राजन तथा प्रधानमंत्री के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम पर हमलें कर रहें हैं. कांग्रेस के इस दावे में कितना सत्य है यह मालूम नहीं परन्तु प्रधानमंत्री मोदी स्वामी के द्वारा किये जा रहे हमलों का जवाब नहीं दे रहें हैं. यह वही स्वामी हैं जिनके कारण 1999 में बाजपेयी की सरकार गिरी थी.
उधर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने स्वामी के अरविंद सुब्रह्मण्यम को हटाने के सवाल पर कहा है, “सरकार को अरविंद सुब्रह्मण्यम पर पूरा भरोसा है.” उन्होंने कहा, “पार्टी ने स्वामी की राय से खुद को अलग कर लिया है. मैं भारतीय नेताओं के अनुशासन के नजरिए से भी एक बात कहना चाहूंगा. हमें उन लोगों पर कहां तक हमला करना चाहिए, जिनके पेशेवर अनुशासन उन्हें आरोपों का जवाब देने से रोकते हों.”
जेटली ने हालांकि स्वामी की मांग खारिज करते हुए कहा, “अरविंद सुब्रह्मण्यम ने समय-समय पर सरकार को काफी मूल्यवान सुझाव दिए हैं. वस्तुत: वस्त्र एवं परिधान क्षेत्र पर बनाई गई प्रस्तुति भी उनके सक्रिय परामर्श के साथ तैयार की गई है.” यह प्रस्तुति वस्त्र एवं परिधान सचिव रेशमी वर्मा ने तैयार की थी.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी नेता सुब्रमण्यम स्वामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘अघोषित प्रवक्ता’ बताया.
कांग्रेस प्रवक्ता पी. एल. पुनिया ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “भाजपा के समर्थन से बने राज्यसभा के मनोनीत सदस्य ने प्रधानमंत्री के मुख्य आर्थिक सलाहकार पर तीखा प्रहार किया है और उन्हें अमरीकी फार्मा कंपनियों का एजेंट बताया है. लेकिन, प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं कहा.”
पुनिया ने कहा, “स्वामी हमेशा प्रधानमंत्री के राजनीतिक विरोधियों और शुत्रओं पर प्रहार करते रहे हैं और विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से बात करने वाले मोदी ने स्वामी की टिप्पणियों पर कभी कुछ नहीं कहा. यह साबित करता है कि सुब्रमण्यम स्वामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘अनाधिकारिक प्रवक्ता’ हैं.”
पुनिया ने कहा कि स्वामी के निशाने पर मुख्य रूप से वित्त मंत्री अरुण जेटली हैं.
पुनिया ने कहा, “स्वामी यह सब इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वह देश के वित्त मंत्री बनना चाहते हैं.”
उन्होंने साथ ही कहा कि मोदी की चुप्पी के कारण ‘योग्यता के आधार पर काम करने वाले ईमानदार, विश्वसनीय और निष्पक्ष अधिकारियों पर हमलों को बढ़ावा मिला है.’
पुनिया ने कहा, “यह सरकार ईमानदार अधिकारियों का अपमान करती है और उन्हें अपना कर्तव्य निभाने के लिए हतोत्साहित करती है.”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी मोदी और स्वामी पर हमला बोला है.
सिंह ने ट्विटर के जरिए कहा, “सुब्रमण्यम स्वामी के निशाने पर अब राजग है. उनका निशाना अरविंद सुब्रमण्यम नहीं, अरुण जेटली हैं.”
Subramaniam Swami now guns for Arvind Subramanian Economic Advisor to NDA. Target is Arun Jaitley not Arvind Subramanian .
— digvijaya singh (@digvijaya_28) 22 जून 2016
दिग्विजय ने पूछा, “क्या मोदी वित्त मंत्रालय सुब्रमण्यम स्वामी को सौंप रहे हैं?”
Is Modi handing over Finance Ministry to Subramaniam Swami?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) 22 जून 2016
दिग्विजय ने कहा, “वह दावा करते रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि अगर वह नेहरू गांधी परिवार को निशाना बनाएंगे तो उन्हें इसका प्रतिकार मिलेगा.”
He has been claiming that PM has assured him as quid pro quo if he targetted Nehru Gandhi Family.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) 22 जून 2016