महाराष्ट्र में नतीजे से पहले सीएम को लेकर खींचतान
मुंबई|डेस्कः महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. महाविकास अघाड़ी और महायुति में कौन सीएम बनेगा को लेकर खींचतान तेज हो गई है. दोनों ही गठबंधन ने इस बार सीएम चेहरा घोषित किए बगैर चुनाव लड़ा था, जिसके चलते दोनों के पास दावेदारों की लंबी सूची है. दोनों ही गठबंधन के समर्थक अपने-अपने दल के नेता को सीएम बनाना चाहते हैं.
महाराष्ट्र में भाजपा नेतृत्व वाली महायुति गठबंधन और कांग्रेस नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी यानी एमवीए के बीच सीधा मुकाबला है.
सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) शामिल हैं. जबकि विपक्षी एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी एसपी (शरद पवार गुट) शामिल हैं.
ये हैं सीएम के दावेदार
महायुति में सीएम पद के दावेदारों में शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे से लेकर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस और एनसीपी के प्रमुख अजीत पवार हैं.
इसी तरह महाविकास अघाड़ी में उद्धव ठाकरे से लेकर कांग्रेस के नाना पटोले और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले हैं.
पिछले पांच साल में महाराष्ट्र की राजनीति काफी उथल-पुथल वाली रही. यहां पांच साल में तीन बार सरकार बनी.
सीएम की कुर्सी के चलते ही शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग हो गए. वहीं शिवसेना और एनसीपी दो-दो धड़ों में बंट गई.
इस बार भी मुख्यमंत्री पद को लेकर पेंच वैसा ही फंसा हुआ है.
अजीत पवार के लगे पोस्टर
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को आएंगे, लेकिन नतीजे के एक दिन पहले ही भावी मुख्यमंत्री बताए जाने वाले पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं.
बारामती में एनसीपी प्रमुख और डिप्टी सीएम अजित पवार को मुख्यमंत्री के रूप में दिखाने वाले पोस्टर लगाए गए हैं. इसके बाद से इस पोस्टर पर राजनीति शुरू हो गई है.
इस पोस्टर वार से पहले शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा था कि चुनाव परिणाम आने के बाद महायुति के नेता एक साथ बैठेंगे और फैसला करेंगे कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा.
उन्होंने दावा किया था कि महायुति में सीएम बनने की होड़ नहीं है. हम अगले पांच वर्षों में और अधिक विकास कार्य करने के लिए सरकार बनाना चाहते हैं.
महाविकास अघाड़ी में बैठकों का दौर शुरू
मतदान के बाद से महाविकास अघाड़ी में बैठकों का दौर शुरू हो गया है.
गुरुवार शाम को मुंबई में संजय राऊत, जयंत पाटिल और बालासाहेब थोराट ने बैठक की.
उसके बाद तीनों नेता एक ही गाड़ी में बैठकर मातोश्री पहुंचे. उसके बाद मातोश्री में देर रात तक बैठक हुई.
इस बीच कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने का दावा किया है.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस को ज्यादा सीटें आएंगी. इसलिए सरकार, कांग्रेस की अगुआई में बनेगी.
इस बयान के बाद शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत का बयान आया.
उन्होंने कहा है कि हम पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रहे हैं, लेकिन सीएम कौन होगा शरद पवार, कांग्रेस और उद्धव ठाकरे मिलकर तय करेंगे.
उन्होंने कहा कि हमारे 160-165 विधायक जीत कर आ रहे हैं. हम ‘खोखा वाले’ उन पर दबाव बनाएंगे, इसलिए हमने उनके लिए एक होटल में एक साथ रहने की व्यवस्था की है.