स्टार्टअप विलेज में 500 से ज्यादा आवेदन
नई दिल्ली | एजेंसी: व्यावसायिक स्टार्टअप पावर हाउस बनने का केरल का सपना वास्तविकता के और करीब पहुंचता नजर आ रहा है.
यह कोच्चि स्थित स्टार्टअप विलेज जैसे इनक्युबेटर्स की सफलता की बदौलत संभव हो रहा है जिसे मार्च में प्राद्योगिकी व्यवसाय स्थापित करने को इच्छुक युवा उद्यमियों से 527 आवेदन मिले, जो कि एक रिकार्ड है.
मोबाइल-इंटरनेट टेक्नोलॉजी व्यावसायिक इनक्युबेटर की अप्रैल में दूसरी वर्षगांठ मनाए जाने के मद्देनजर एक माह के भीतर आवेदनों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई. ये इनक्युबेटर सरकारी सावर्जनिक सहभागिता मॉडल पर स्थापित होंगे, जिन्हें केंद्र और राज्य सरकारों से मजबूत सहयोग मिलेगा.
फरवरी में 286 भावी उद्यमियों ने स्टार्टअप विलेज में इनक्युबेशन कार्यक्रम के लिए करार करने के प्रति दिलचस्पी दिखायी थी. मार्च में यह कीर्तिमान टूट गया और एक नया कीर्तिमान रचा गया.
स्टार्टअप विपेज के अध्यक्ष संजय विजय कुमार कहते हैं कि आवेदनों की संख्या में हो रही भारी बढ़ोतरी केरल में हो रहे सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तन का परिचायक है जहां युवा लोग अधिक से अधिक जोखिम उठाने को तैयार हो रहे हैं और अपने सपने को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं तथा मानवता के भविश्य के मार्ग को प्रशस्त करने वाले नए उत्पादों के साथ एक नई दुनिया बना रहे हैं.
वह कहते हैं, ‘मुझे लगता है कि स्टार्टअप विलेज ने उस अवधारणा को मजबूत बनाने में मदद की है जिसके तहत जीवन में एक नया विचार लाने तथा एक ऐसी पारिस्थितिकी के निर्माण के लिये जोखिम उठाने को सही माना जाता है जहां विफलता को सीखने की पूर्व शर्त मानी जाती है.’
31 मार्च तक स्टार्ट अप विलेज को प्राप्त आवेदनों की कुल संख्या 2,269 तक पहुंच गई. इनक्युबेटर इस समय 600 स्टार्टअप को संचालित कर सकता है. इनमें से 216 स्टार्टअप की शुरुआत छात्रों ने की है. कलामसेरी में किन्फ्रा पार्क के विलेज परिसर में समर्थित कंपनियों के 34 स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं.
स्टार्टअप विलेज एवं टेक्नोपार्क टीबीआई जैसे इनक्युबेटरों की ओर से पोशित कंपनियों की सफलता की कहानियों ने केरल में उद्यमशीलता आंदोलन को प्रेरित करने में मुख्य भूमिका निभाई है. राज्य सरकार ने पूरी सक्रियता के साथ इसे बढ़ावा दिया है खास तौर पर नीतिगत स्वरूपों एवं ढांचागत सहायता के मामले में.
राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष के.एम. चंद्रशेखर की ओर से गठित कार्यदल ने केएसआईडीसी की प्रबंध निदेशक अरुणा सुंदरराजन, आईएएस, सीआईआई केरल के अध्यक्ष एवं फेडरल बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्याम निवासन एवं स्टार्टअप विलेज के अध्यक्ष संजय विजय कुमार को केरल में विश्व स्तरीय स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए एक रोडमैप तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है. उन्हें उम्मीद है कि वे 30 अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट सौप देंगे.