उत्तरप्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़, 100 से अधिक की मौत
नई दिल्लीः संवाददाताः उत्तरप्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है.
कथा वाचक भोले बाबा के सत्संग का यह कार्यक्रम हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के गांव रतीभानपुर में आयोजित था.
मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. हादसे में 100 से अधिक श्रद्धालु घायल हुए हैं.
घटना की सूचना मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी है.
घायलों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया हैं. जिला के कलेक्टर और एसपी भी मौके पर पहुंच गए हैं. साथ ही कई थानों की फोर्स भी बुलाई गई है.
हाथरस से घायलों को एटा भेजा जा रहा है. एटा सीएमओ ने कुछ देर पहले बताया था कि उनके यहां 27 शव पहुंचे हैं, वहीं एसएसपी एटा राजेश कुमार ने बताया कि एटा पहुंचे 27 शवों में 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं.
वहीं मरने वालों की संख्या अब 100 से अधिक हो गई है.
उत्तरप्रदेश सरकार ने हाथरस की घटना के बाद मुख्य सचिव और डीजीपी को हाथरस के लिए रवाना किया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मामले में संज्ञान लेते हुए अधिकारियों से राहत कार्य में जुटने के लिए निर्देशित किया है. उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है.
एक प्रत्यक्षदर्शी महिला ने हादसे के बारे में बताया कि सत्संग खत्म होने के सब बाहर निकल रहे हैं. भीड़ बहुत ज्यादा थी, तभी अचानक भगदड़ मच गई. लोग एक-दूसरों को रौदते हुए इधर-उधर भागने लगे. महिला ने बताया कि “मेरे साथ आए कई लोगों की जान चली गई है. मैं भी दब गई थी. लगा था कि मौत हो जाएगी, लेकिन किसी तरह से बच गई.”
घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर आए हैं, जिनमें कई लोग अस्पताल परिसार के बाहर अचेत पड़े नजर आ रहे हैं.
इस आयोजन की इजाजत एसडीएम ने दी थी. ये एक प्राइवेट आयोजन था. कानून-व्यवस्था के लिए प्रशासन की ड्यूटी लगाई थी, जबकि भीतर की व्यवस्था आयोजकों की ओर से की जानी थी.
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भी हाथरस में हुई घटना पर दुख जताया है.
सदन में अपनी बात खत्म करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘मुझे दुखद खबर मिली है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ में अनेकों लोगों की दुःखद मृत्यु की जानकारी आ रही है. जिन लोगों की इस हादसे में जान गई है, मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है. मैं इस सदन के माध्यम से सभी को ये भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी.’
कौन हैं कथावाचक भोले बाबा?
हाथरस में सत्संग करने आए कथावाचक भोले बाबा जिला कासगंज के पटियाली के बहादुर नगर के रहने वाले हैं. उनका मुख्य नाम एसपी सिंह है.
भोले बाबा ने 17 वर्ष पहले पुलिस में एसआई के पद से नौकरी छोड़ी थी और इसके बाद से सत्संग शुरू कर दिया था.
बताया जा रहा है कि एसपी सिंह (भोले बाबा) ने नौकरी के दौरान ही मानव धर्म सेवा का उपदेश देना शुरू कर दिया था. भोले बाबा और उनके अनुयायी आमतौर पर मीडिया से दूर ही रहते हैं.