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भैंस ले जा रहे दो मुस्लिमों की हत्या की जांच करेगी विशेष टीम

रायपुर | संवाददाताः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे हुए आरंग में गो-वंश की तस्करी के शक में दो मुस्लिम युवकों की मौत के मामले में पुलिस का कहना है कि घायल सद्दाम कुरैशी अभी भी बयान देन की स्थिति में नहीं है.

पुलिस का कहना है कि सद्दाम की हालत ऐसी नहीं थी कि उससे बयान लिया जा सके.

इससे पहले घायल सद्दाम कुरैशी ने एक वीडियो में कहा था कि 14-15 युवकों ने उनके साथ मारपीट की थी और उसके बाद पुल से नीचे फेंक दिया था.

इधर इस पूरे मामले की जांच के लिए रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है. रायपुर ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर के नेतृत्व वाली इस टीम में कुल 14 लोग शामिल हैं.

गौरतलब है कि गुरुवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले चांद मियां, गुड्डू ख़ान और सद्दाम क़ुरैशी छत्तीसगढ़ के महासमुंद से भैंसों को ख़रीद कर ट्रक में ओडिशा लेकर जा रहे थे. उसी दौरान कुछ लोगों ने उनका पीछा किया.

आरंग के कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि शुक्रवार की सुबह लगभग दो से ढ़ाई बजे के आसपास जब ट्रक को लेकर तीनों लोग रायपुर आने लगे, उसी समय आरंग के पास महानदी के पुल पर दर्जन भर बाईक सवार लोगों ने उनके ट्रक को ओवरटेक कर के उनके साथ मारपीट की.

इस घटना में दो लोगों चांद मियां और गुड्डू ख़ान की मौत हो गई और सद्दाम हुसैन गंभीर रुप से घायल हो गया.

सद्दाम हुसैन के एक वायरल वीडियो में उनका कहना है कि 14-15 लोगों ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें पुल से नीचे फेंक दिया.

गौ-तस्करी
घायल सद्दाम रायपुर के अस्पताल में भर्ती हैं.

इधर इस घटना को लेकर कांग्रेस पार्टी ने दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की है.

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि यह राज्य की लचर कानून व्यवस्था का परिणाम है.

उन्होंने एक बयान में कहा-सत्ता दल के संरक्षण में अराजक लोग बेलगाम हो गए हैं.

सुशील आनंद शुक्उला ने कहा कि कानून अपने हाथ में लेने का दूसरा हाथ ऐसे लोगों पर कहां से आया? सरकार को इसका खुलासा करना चाहिए.

उन्होंने अपने बयान में कहा कि कोई गलत काम कर रहा है तो उसके खिलाफ संविधान के अनुसार कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

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