पहली बार ऐसी अहंकारी सरकार-सोनिया गांधी
नई दिल्ली | डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि देश की आजादी के बाद से पहली बार ऐसी ‘अहंकारी’ सरकार सत्ता में आई है, जिसे अन्नदाताओं की ‘पीड़ा’ दिखाई नहीं दे रही है. सोनिया गांधी ने नये कृषि कानूनों को बिना शर्त फौरन वापस लेने की मांग की.
कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बयान में कहा कि लोकतंत्र में जनभावनाओं की उपेक्षा करने वाली सरकारें और उनके नेता लंबे समय तक शासन नहीं कर सकते. अब यह बिल्कुल साफ है कि मौजूदा केंद्र सरकार की थकाओ और भगाओ’ की नीति के सामने आंदोलनकारी धरती पुत्र किसान मजदूर घुटने टेकने वाले नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि अब भी समय है कि मोदी सरकार सत्ता के अहंकार को छोड़कर तत्काल बिना शर्त तीनों काले कानून वापस ले और ठंड एवं बारिश में दम तोड़ रहे किसानों का आंदोलन समाप्त कराए. यही राजधर्म है और दिवंगत किसानों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि भी.
सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार को यह याद रखना चाहिए कि लोकतंत्र का अर्थ ही जनता एवं किसान-मजदूरों के हितों की रक्षा करना है.
In a democracy, govts & leaders that ignore public sentiment, do not last long. It is now clear that the central govt’s policy of ‘thakao aur bhagao’ will not work on our agitating farmers & labourers.: Congress President Smt. Sonia Gandhi pic.twitter.com/E38SeL2S4R
— Congress (@INCIndia) January 4, 2021
उन्होंने कहा कि हाड़ कंपा देने वाली ठंड और बारिश के बावजूद दिल्ली की सीमाओं पर अपनी मांगों के समर्थन में 39 दिनों से संघर्ष कर रहे अन्नदाताओं की हालत देखकर देशवासियों सहित मेरा मन भी बहुत व्यथित है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आंदोलन को लेकर सरकार की बेरुखी के चलते अब तक 50 से अधिक किसान जान गंवा चुके हैं. कुछ ने तो सरकार की उपेक्षा के चलते आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लिया. पर बेरहम मोदी सरकार का न तो दिल पसीजा और न ही आज तक प्रधानमंत्री या किसी भी मंत्री के मुंह से सांत्वना का एक शब्द निकला.