‘दबंग और सांप्रदायिक’ सोच का विरोध: सोनिया
नई दिल्ली | एजेंसी: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को कहा कि पार्टी केंद्र सरकार की ‘दबंग और सांप्रदायिक’ सोच का विरोध करेगी. उन्होंने आगे कहा कांग्रेस सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के खिलाफ इसकी आलोचना करती रहेगी. सोनिया ने कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक में यहां कहा, “एक सतर्क विपक्ष की भूमिका निभाना, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मूल्यों और नीतियों को बरकरार रखना और नई सरकार की दबंग और सांप्रदायिक सोच का विरोध करना हमारी जिम्मेदारी है.”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद को पुनर्जीवित करने के लिए पूरी क्षमता के साथ लड़ेगी और सांप्रदायिक हमलों के खिलाफ सरकार की आलोचना करेगी.
सोनिया ने एक बार फिर कहा कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आने के बाद सांप्रदायिक हिंसा में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा, “जिस वक्त वे देश को बनाने वाले विचार के साथ छल करेंगे, जिस वक्त वे विभाजन और नफरत की राजनीतिक करेंगे, जिस पल वे संसद के बाहर और अंदर तानाशाही रवैया अपनाने की कोशिश करेंगे, जिस वक्त वे इनमें से कुछ करेंगे, हम इसका विरोध करेंगे.”
सोनिया ने कहा कि भाजपा के पास देश को देने के लिए कुछ नहीं है.
उन्होंने कहा, “उन्होंने बिना सिद्धांतों के हम पर हमला किया है और वे बिना किसी नीति के हम पर शासन कर रहे हैं. उनका हमारे विचारों को चुराने के लिए स्वागत है. वे हमारे कार्यक्रमों को उधार में ले सकते हैं.”
सोनिया ने कहा कि कांग्रेस का प्रदर्शन इस लोकसभा चुनाव में सबसे खराब रहा है. उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण समय है और कांग्रेस के प्रति एक बार फिर लोगों का विश्वास बहाल करने की कोशिश शुरू हो चुकी है.”
आम बजट, बढ़ती महंगाई और महिलाओं के खिलाफ हिंसा को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का मूलमंत्र ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ से ‘आम आदमी की सुरक्षा के लिए न्यूनतम शासन, भाजपा के हाथ में शक्तियों का केंद्रीकरण करने में अधिकतम सरकार’ में बदल गया है.