शिक्षाकर्मियों को 700-1000 का लाभ
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में शिक्षाकर्मियों को अब हर महीने 600 से 1000 रुपये का लाभ होने वाला है.
राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ के एक लाख अस्सी हज़ार शिक्षाकर्मियों को 7 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता देने की घोषणा की है. हालांकि शिक्षाकर्मी सरकार के इस निर्णय से बहुत खुश नहीं हैं और उन्होंने एक बार फिर से आंदोलन का मन बनाया है.
राज्य सरकार ने जिस महंगाई भत्ते की घोषणा की है, उसके अनुसार जिन शिक्षाकर्मियों की सेवा के आठ साल से अधिक हो चुके हैं, उन्हें 132 फीसदी भत्ता मिलेगा. इससे पहले 125 प्रतिशत ही भत्ता मिलता था. इसी तरह आठ साल से कम सेवा वाले शिक्षाकर्मियों को 132 के बजाये 139 प्रतिशत भत्ता मिलेगा.
इस तरह महंगाई भत्ते में वृद्धि से शिक्षाकर्मियों के वेतन में 600 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की बढोत्तरी हो जायेगी. हालांकि सरकार का दावा है कि इस सात प्रतिशत भत्ते की वृद्धि के कारण सरकार पर हर महीने चौदह करोड़ रुपये का भार पड़ेगा.सरकार का कहना है कि उन्होंने शिक्षाकर्मियों को अधिकाधिक लाभ देने की कोशिश की है और भविष्य में भी इस दिशा में सरकार हरसंभव कोशिश करेगी.
लेकिन सरकार के इस निर्णय से शिक्षाकर्मी नाराज़ हैं. शिक्षाकर्मियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि सरकार कम से कम इस बार शिक्षाकर्मियों को भी सातवां वेतनमान का लाभ देंगे. लेकिन सरकार ने शिक्षाकर्मियों की उपेक्षा की. सरकार चाहती तो शिक्षाकर्मियों को भी सातवां वेतनमान दे सकती थी. शिक्षाकर्मियों ने आरोप लगाया कि सरकार की नीतियों के कारण ही राज्य में शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है. लेकिन सरकार बार बार के अनुरोध के बाद भी शिक्षाकर्मियों को उनका हक नहीं दे रही है. यहां तक कि राज्य की भाजपा सरकार ने शिक्षाकर्मियों को दूसरे शिक्षकों के बराबर वेतनमान देने का आश्वासन चुनाव से पहले दिया था. लेकिन राज्य सरकार अपने ही वादे को पूरा नहीं कर रही है.