शिवसेना: केजरीवाल जीते तो हारा कौन?
मुंबई | समाचार डेस्क: महाराष्ट्र में अपना सीएम बनाने से चूकी शिवसेना ने दिल्ली हार का ठीकरा मोदी पर फोड़ा है. इस तरह से शिवसेना ने मोदी से महाराष्ट्र का बदला लेने की कोशिश की है. शिव सेना के मुखपत्र ‘सामना’ ने बुधवार को दिल्ली विधानसभी चुनाओं में भाजपा की हार का कारण प्रधान मंत्री मोदी को ठहराया है. भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी शिवसेना ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी शिकस्त को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले तेज कर दिए हैं. पार्टी ने दिल्ली में भाजपा की दुर्गति के लिए सीधे तौर पर मोदी को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही पार्टी ने महाराष्ट्र के लोगों को दिल्लीवासियों से सीख लेने की नसीहत दी है. शिवसेना ने बुधवार को पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा, “दिल्ली ने ‘पांच साल केजरीवाल’ को चुना. महाराष्ट्र के लोगों को इससे सीख लेनी चाहिए. उन्हें सोचना चाहिए और उस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.”
चुनाव नतीजों को प्रधानमंत्री मोदी की हार करार देते हुए इसमें लिखा गया है कि मोदी की ‘लहर’ तीन महीने पहले महाराष्ट्र में ही रुक गई थी, लेकिन अब ‘सुनामी’ दिल्ली पहुंच गई है. दिल्ली विधानसभा के चुनावा परिणामों से साबित हो गया है कि ‘लहर’ की तुलना में ‘सुनामी’ अधिक शक्तिशाली है.
सामना के संपादकीय में लिखा है, “भाजपा नेताओं का कहना है कि यह मोदी की हार नहीं है. लेकिन केजरीवाल जीते हैं, फिर हारा कौन? आखिरकार पूरा चुनाव मोदी के नाम पर लड़ा गया था, कोई और नेता परिदृश्य में नहीं था.”
दिल्ली चुनाव में भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी को हार के लिए जिम्मेदार ठहराने को नकारते हुए ‘सामना’ ने लिखा है कि भाजपा नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान आप नेता को ‘भगोड़ा’ कहा, लेकिन पूरी दिल्ली ने उन्हें अपना नेता चुना.
इसमें लिखा गया है, “प्रधानमंत्री अब दिल्ली में रहते हैं, लेकिन उनका ‘ब्रह्मास्त्र’ विफल हो गया है. यहां तक कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का जादू भी नहीं चल पाया.”
मोदी पर निशाना साधते हुए इसमें यह भी लिखा गया है कि केवल वादों और भाषणों से चुनाव नहीं जीता जा सकता.