शिंदे का दांव, शरद पवार पीएम
सोलापुर | समाचार डेस्क: आश्चर्यजनक ढ़ंग से केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने शनिवार को कहा कि अगर राकपा के शरद पवार देश के प्रधानमंत्री बनते हैं तो उन्हें खुशी होगी. मराठी मीडिया के संपादकों के साथ बातचीत में शिंदे ने कहा, “अगर शरद पवार प्रधानमंत्री बनते हैं तो उन्हें खुशी होगी. वह मेरे राजनीतिक गुरु हैं और मैं राजनीति में उनकी वजह से ही आया.”
शिंदे पुलिसकर्मी से राजनेता बने और वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी बने. शिंदे का यह बयान ऐसे समय में आया है जब 17 जनवरी को कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है. अटकलें हैं कि इस बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है.
शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने की सभी की महत्वाकांक्षा होती है. “पवार 1992 से प्रधानमंत्री बनने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन दिल्ली की राजनीति में पिछड़ जाते हैं.” पवार 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे को लेकर कांग्रेस से अलग हो गए थे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन किया था.
पिछले सप्ताह पवार ने कहा था कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि इसकी जगह वे राज्यसभा में जाना चाहेंगे. शिंदे के बयान पर राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि पवार प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं.
ऐन कांग्रेस के 17 जनवरी के सम्मेलन के पहले जिसमें राहुल गांधी के नाम की प्रधानमंत्री के लिये घोषणा होने की संभावना है, सुशील कुमार शिंदे का यह बयान एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. जिसके तहत शरद पवार से बुलवा लिया जाये कि वे प्रधानमंत्री पद की रेस में नहीं हैं तथा राहुल गांधी के लिये रास्ता साफ हो जाये. दूसरा ऐसा बयान देकर शरद पवार को गठबंधन में बनाये रखने की एक कांग्रेसी चाल है.