वेतन कटौती से भड़के शिक्षाकर्मी
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के शिक्षाकर्मी वेतन भत्तों में हुई हालिया कटौती से भड़क गए हैं. इस आदेश के वे विरोध कर रहे हैं. शिक्षाकर्मी संघ ने इसके लिए राजधानी रायपुर में शनिवार रात बैठक बुलाई है, जहां चर्चा कर आगे की राजनीति तय की जाएगी.
शिक्षाकर्मी संघ के प्रवक्ता अमित शुक्ला का कहना है इस तरह का आदेश उनके लिए एक चुनावी छलावा जैसा रहा है. चुनाव जीतने उनके वेतन भत्तों में वृद्धि की गई थी. उनका कहना है कि चुनाव में सभी शिक्षाकर्मियों ने बढ़-चढ़कर काम किया. चुनाव के बाद इस तरह के आदेश से सभी हैरान है.
गौरतलब है कि प्रदेश में कार्यरत हजारों शिक्षाकर्मी चुनाव के पहले लंबे समय तक हड़ताल पर रहे. इस दौरान रमन सरकार ने उनके वेतन भत्तों में वृद्धि की घोषणा की थी. इसके मुताबिक उन्हें बढ़ा हुआ वेतन, चिकित्सा भवन, हाउस रेंट एवं गतिरोध भत्ता मिल रहा था.
पंचायत विभाग ने शुक्रवार एक आदेश जारी कर उनके बढ़े हुए सभी वेतन भत्तों पर रोक लगा दी है. इससे उन्हें 9 हजार रुपए तक का नुकसान होगा.
अमित शुक्ला का कहना है कि शिक्षाकर्मियों के वेतन भत्तों में कटौती उनके साथ अन्याय है. आठ साल की सेवा कर चुके शिक्षाकर्मियों को खुश करने के लिए वेतन में एकमुश्त 6 से 8 हजार रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई थी. चिकित्सा व अन्य भत्ता भी शुरू किया गया था. चुनाव के तुरंत बाद उसमें कटौती एवं उसकी भरपाई का आदेश गलत है.