इस्लाम शांति का धर्म है- शेख हसीना
ढाका | समाचार डेस्क: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा इस्लाम शांति का धर्म है. उन्होंने सभी से आपसी मतभेद भुलाकर आतंकवाद का जड़ से खात्मा करने की अपील की है. उधर, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष खालिदा जिया ने भई आतंकवाद के खात्मे के लिये सर्वदलीय प्रयास करने का आव्हान किया है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश के अबतक के सबसे भयानक बंधक संकट के पीड़ितों के लिए शनिवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय शोक घोषित किया.
बीडीन्यूज24 डॉट कॉम के अनुसार, शुक्रवार को शुरू हुए इस हमले में आतंकवादियों ने कम से कम 20 बंधकों को मार डाला, जिसमें ज्यादातर विदेशी नागरिक थे. इस दौरान कमांडो कार्रवाई में छह हमलावर भी मारे गए और एक अन्य हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया. इस तरह यह बंधक संकट शनिवार शाम समाप्त हुआ.
हसीना ने शनिवार शाम राष्ट्र को टेलीविजन पर संबोधित करते हुए कहा, “इंशाल्लाह, आतंकवादियों का जड़ से सफाया करके हम बांग्लादेश को एक शांतिपूर्ण देश बनाएंगे…कोई भी साजिश हमारी तरक्की को रोक नहीं सकती, आइए हम अपने मतभेदों को भुलाकर मिलकर काम करें ताकि ऐसा सुरक्षित बांग्लादेश बना सकें जो राष्ट्रपिता का सपना था.”
उन्होंने कहा, “बेगुनाहों को मार कर आप क्या हासिल करना चाहते हैं? इस्लाम शांति का धर्म है. हमारे धर्म को अपने घृणास्पद करतूतों से बदनाम मत कीजिए.”
शेख हसीना ने कहा, “लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए लोगों के दिलों को जीतने में नाकाम रहने के बाद उन्होंने आतंकवाद का रास्ता अपना लिया है.”
उन्होंने कहा, “बांग्लादेश के शांतिप्रिय लोग उन्हें अपनी रणनीति लागू नहीं करने देंगे. देश के लोगों को अपने साथ लेकर हम उनकी साजिश को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे.”
मौजूदा नेता प्रतिपक्ष खालिदा जिया ने शनिवार को ढाका आतंकवादी हमले की निंदा की है और सरकार से ‘चरमपंथियों’ के खात्मे के लिए सर्वदलीय प्रयास शुरू करने का आह्वान किया है.
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष खालिदा ने आतंकवादियों के चंगुल से बंधकों को छुड़ाने और उनके दहशत को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों का आभार व्यक्त किया.
हसीना ने उन दो पुलिसकर्मियों को याद किया, जो हमलावरों द्वारा फेंके गए हथगोलों की जद में आकर मारे गए.