अगले सप्ताह बाजार अस्थिर
मुंबई | समाचार डेस्क: देश के शेयर बाजार अगले सप्ताह विभिन्न कारणों से उतार-चढ़ाव बरा रह सकता है. इसका कारण है कि यमन में ईरान द्वारा आक्रमण करने से तेल की आपूर्ति बाधित हो सकती है तथा कारोबारी साल का आकिरी सप्ताह होने के कारण मुनाफा वसूली करते हैं. इसी सप्ताह फरवरी माह के वित्तीय घाटा की घोषणा की जायेगी. इन सब के मिलेजुले प्रभाव से शेयर बाजार अस्थिर रहेगा. शेयर बाजारों में आगामी संक्षिप्त कारोबारी सप्ताह में किसी विशेष आंकड़े के अभाव में उतार-चढ़ाव रहने की उम्मीद की जा सकती है.
गुरुवार दो अप्रैल को महावीर जयंती तथा शुक्रवार तीन अप्रैल को गुड फ्राइडे के अवसर पर बाजार बंद रहेंगे. आगामी सप्ताह में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश और घरेलू संस्थागत निवेश के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल के मूल्य पर भी निवेशकों की नजर बनी रहेगी.
बाजार में गिरावट का दबाव बना रह सकता है, क्योंकि निवेशक कारोबारी साल के आखिर में मुनाफा वसूली करते हैं.
मंगलवार 31 मार्च को सरकार आठ प्रमुख अवसंरचना उद्योगों के फरवरी महीने के लिए उत्पादन संबंधी आंकड़े जारी करेगी. 31 मार्च को ही सरकार फरवरी 2015 के लिए वित्तीय घाटा संबंधी आंकड़े जारी करेगी.
बाजार का अगला महत्वपूर्ण चरण चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा का है, जो अप्रैल के दूसरे सप्ताह से शुरू होगा.
मध्यपूर्व में उपजी राजनीतिक स्थिति पर भी निवेशकों की निगाह टिकी रहेगी, जहां सऊदी अरब और उसके सहयोगी देशों ने यमन में ईरान और उसके सयोगी बलों की सेना पर हमला कर दिया है. इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल आपूर्ति प्रभावित होने का अंदेशा है, जिसका असर तेल मूल्य पर भी पड़ेगा.
देश के शेयर बाजारों में निवेशकों की निगाह आगामी सप्ताह में वाहन कंपनियों और तेल विपणन कंपनियों के शेयरों पर टिकी रहेगी.
सरकारी तेल विपणन कंपनियां तेल मूल्य की समीक्षा करेंगी. तेल कंपनियां हर महीने के बीच में और आखिर में गत दो सप्ताह में आयातित तेल की औसत कीमत के आधार पर तेल मूल्य की समीक्षा करती हैं.
वाहन कंपनियों के शेयरों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी, क्योंकि महीने की पहली तारीख से ये कंपनियां पिछले महीने में हुई बिक्री के आंकड़े जारी करेंगी.
जर्मनी 31 मार्च को बेरोजगारी के आंकड़े जारी करेगा. इसी दिन ब्रिटेन चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पादन संबंधी आंकड़े जारी करेगा.