शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों पर रहेगी नजर
मुंबई | एजेंसी: आगामी सप्ताह देश के शेयर बाजारों में निवेशकों की निगाह विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की गतिविधियों पर रहेगी. निवेशक इस बीच दूसरी अर्थव्यवस्थाओं में बाजार की दिशा और डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में होने वाले उतार-चढ़ाव पर ध्यान लगाए रहेंगे. इसके साथ ही उनकी निगाह वाहन कंपनियों द्वारा हर माह जारी किए जाने वाले बिक्री संबंधी आंकड़ों पर भी रहेगी, जो एक जनवरी 2014 से अपनी बिक्री के आंकड़े जारी करेंगी.
वैश्विक अर्थव्यवस्था में तरलता में आई कमी से देश में पूंजी का प्रवाह प्रभावित हो सकता है. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने पिछले दिनों हर माह बांड खरीदारी कार्यक्रम को 85 अरब डॉलर से घटाकर 75 अरब डॉलर करने का फैसला कर लिया. यह जनवरी 2014 से लागू होगा. फेड का मानना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में विकास जारी रहेगा.
फेड के फैसले से एक ओर जहां अर्थव्यवस्था में तरलता घटेगी, वहीं दूसरी ओर यह संकेत मिलता है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था की सेहत सुधर रही है, जिससे भारत में निर्यात करने वाली कंपनियों और उद्योगों को फायदा होने की उम्मीद है. इन उद्योगों से संबंधित शेयरों में आने वाले दिनों में तेजी का रुझान रह सकता है.
मार्किट इकोनोमिक्स गुरुवार, दो जनवरी 2014 को दिसंबर महीने के लिए एचएसबीसी भारत विनिर्माण पर्चेजिंग मैनेजर सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े जारी करेगी, जिसमें देश की विनिर्माण कंपनियों की गतिविधियों का मूल्यांकन होता है.
विनिर्माण पीएमआई नवंबर में 51.3 पर था, जो अक्टूबर में 49.6 पर था. पीएमआई के 50 से ऊपर रहने का मतलब है कि संबंधित क्षेत्र में विस्तार हुआ, जबकि 50 से नीचे रहने का मतलब है कि संबंधित क्षेत्र में संकुचन हुआ.
बाजार में आगे निवेशकों की निगाह मध्य जनवरी से शुरू होने वाले कंपनियों के परिणामों की घोषणा पर रहेगी. निवेशकों इनके साथ आने वाली टिप्पणियों में निवेश के लिए संकेत तलाशेंगे.