एक वार्तालाप गांधी और सेक्स पर
आलोक बाजपेयी | फेसबुक
प्रश्न-गांधी की सेक्स लाइफ क्या थी? आप गांधी जी के प्रवक्ता बने हैं . बताइये खुलकर.
उत्तर – अरे वाह ,बड़ी प्रसन्नता हुई कि आपने यह सवाल उठाया. निश्चित ही आप सेक्स को लेकर काफी खुले विचारों के हैं. तभी ये जिज्ञासा हुई होगी.
प्रश्न- हाहाहाहा. देखिये, गांधी भी एक साधारण इंसान ही तो थे. हमे उनको साधारण इंसान की तरह देखना चाहिए.
उत्तर- जी. साधारण इंसान थे. आप क्या कहना चाहते हैं कि हमे लोगों के बारे में बात करते हुए यही कसौटी रखनी चाहिए ?
प्रश्न- अरे आप मुद्दे पे आइए. उनकी सेक्स लाइफ का सबको पता चलना चाहिए ना.
उत्तर- जी बिल्कुल. सबकी सेक्स लाइफ के बारे में सबको पता चलना चाहिए. चलिए शुरू करते हैं.
प्रश्न- क्या मतलब है आपका?
उत्तर-देखिये. आजकल आप जैसे खुले दिमाग वाले मिलते कहाँ है. सेक्स लाइफ में दिलचस्पी रखने वाले. बातचीत करते हैं. बस एक दिक्कत है. इतिहास में व्यक्तियों की सेक्स लाइफ ढूंढने में मजा तो ज्यादा आता है लेकिन प्रमाण कमै ही मिल पाते हैं. ज्यादातर हमे अपने पूर्वाग्रहों से अंदाजा ही लगाना पड़ता है. क्योंकि न तो वो शख्स जीवित होता है और न उसकी सेक्स लाइफ से जुड़े लोग जिंदा होते हैं. तो असली पिक्चर सामने लाने में दिक्कत होती है.
प्रश्न- हाँ . ये तो है. फिर भी…..
उत्तर- ऐसा करते हैं ,वर्तमान से अतीत की ओर चलते हैं.
प्रश्न – क्या मतलब?
प्रश्न- मतलब ये कि हम अगर जो लोग जीवित हैं उनकी सेक्स लाइफ खोजें तो ज्यादा आसानी से सच मिल जाएगा न. केस हिस्ट्री जीवित लोगों की बनाना शुरू करते हैं.
प्रश्न- हाहाहाहा.
उत्तर- अरे हंसिये मत. जमाने बाद तो एक ऐसा खुला दिमाग वाला कोई मिला है जो सेक्स लाइफ पर खुलकर बोलने को तैयार है. अगर जीवित लोग की सेक्स लाइफ की पड़ताल करेंगे तो जीवित प्रमाण खूब मिल जाएंगे . इतिहास के लोगों की उसके बाद करेंगे.
प्रश्न- अरे ,जीवित लोगों में तो सब चुप्पी मारे रहते हैं. कोई बताता कहाँ है.
उत्तर- देखिये , आप खोजी व्यक्ति ठहरे. खोज निकालिए न प्रमाण. अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं. माँ ,पिता ,पत्नी ,भाई ,बहन ,पड़ोसी, दोस्त ,नेता ,अभिनेता , सहकर्मियों सबकी सेक्स लाइफ तो जानना बहुत आसान है. आइए ,चलते हैं . उनसे पूछते हैं.
प्रश्न- अरे…
उत्तर- अरे हिचक क्या . सीधे कहँगे उनसे कि मेरी आपकी सेक्स लाइफ का सच जानने में दिलचस्पी है क्योंकि हम खोजी हैं.
प्रश्न- आप तो बकवास कर रहे हैं.
उत्तर- अच्छा चलिए छोड़िए. अपनी बताइये. आपको किसी महिला से यौनाकर्षण हुआ? किसी समलैंगिक के प्रति आपको मन हुआ ? पत्नी से अबतक कितनी बार सेक्स किये? आपके ** बच्चे हैं. तो इन बच्चों को पैदा करने में कितनी बार आपने सेक्स किया?
प्रश्न- आप पागल हो गए हैं क्या? कैसी बातें कर रहे हैं?
उत्तर- जी नहीं. बस आपको बताना चाह रहा कि अपना हाजमा देख के ज्ञान खाइए.अपच हो जाता है. अपच की उल्टी करना छोड़ दीजिये.
गांधी की सेक्स लाइफ पर बात करने के लिए आप उपयुक्त व्यक्ति नही हैं. आप चकल्लसबाज हैं दोस्त. आप परपंची हैं. और आखिर में आप एक मानसिक फ्रॉड हैं.