सऊदी अरब में संकट में भारतीय मजदूर
दुशान्बे | इंटरनेट डेस्क: सऊदी अरब की नई श्रम नीति से भारत चिंतित है, जिसमें सऊदी अरब ने 10 प्रतिशत नौकरियां स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित करने का फैसला किया है. उनके इस फैसले से भारत के करीब तीन लाख कम कुशल और अर्धकुशल श्रमिक जो सऊदी अरब मे कार्यरत हैं, प्रभावित होंगे. इनमें बड़ी संख्या केरल के लोगों की है.
विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ताजिकिस्तान की राजधानी दुशान्बे में एशियाई विकास वार्ता में शामिल होने गये हैं. उन्होंने सऊदी अरब के शहजादा तथा विदेश मामलों के उपमंत्री अब्दुलअजीज बिन अब्दुल्ला बिन अब्दुलअजीज से मुलाकात कर इस मुद्दे पर भारत की चिंता से अवगत कराया.
अब्दुल अजीज ने अहमद को भरोसा दिलाया कि सऊदी अरब हमेशा से भारतीय को काफी महत्व देता रहा है और वह भारत के साथ अपने गहरे रिश्तों को काफी महत्व देता है. सऊदी अरब के मंत्री ने कहा कि वह रियाद लौटने के बाद यह मुद्दा वहां के श्रम मंत्रालय के साथ उठाएंगे.
भारत के विदेश राज्य मंत्री अहमद ने कहा कि भारतीय दूतावास ने भी यह मामला सऊदी अरब सरकार के साथ उठाया है और अभी इस मामले में किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है.