छाया आऊट, सत्यनारायण इन
रायपुर | संवाददाता: रायपुर सीट पर असमंजस की स्थिति को समाप्त करते हुए कांग्रेस ने अंततः सत्यनारायण शर्मा पर ही दांव लगाया है. इससे पहले पार्टी ने भाजपा के कद्दावर नेता रमेश बैस से टक्कर लेने के लिए कुर्मी समाज की छाया वर्मा को टिकट दिया था लेकिन इसे लेकर कांग्रेस के एक धड़े में ही असंतोष देखा जा रहा था. पार्टी में छाया वर्मा को एक कमजोर प्रत्याशी के रूप में देखा जा रहा था जिसके चलते पार्टी में प्रत्याशी के नाम को लेकर कशमकश की स्थिति थी.
इसी कशमकश के बीच कांग्रेस ने रायपुर के प्रत्याशी चयन में यह तीसरा फेरबदल किया है. कांग्रेस ने सबसे पहले छाया वर्मा को टिकट दिया, लेकिन उनकी कमजोर छवि को दिखते हुए पार्टी ने सत्यनाराण शर्मा को मौका दिया गया था लेकिन संगठन खेमे का नाराज़गी के चलते फिर छाया वर्मा के नाम का ऐलान किया था. इसके पीछे संगठन खेमे ने कुर्मी समाज की संभावित नाराज़गी का हवाला भी दिया था.
इसके बाद सत्यनारायण शर्मा के समर्थकों ने पार्टी दफ्तर में जमकर विरोघ प्रदर्शन किया था और पार्टी दफ्तर में तोड़फोड़ भी की थी. उस समय टिकट काटने के लिए शर्मा के समर्थकों ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को जिम्मेदार बताया था और पार्टी का अंतर्कलह एक बार फिर खुलकर सामने आ गया था.
इससे नाराज़ कांग्रेस हाईकमान ने भूपेश बघेल और सत्यनारायण शर्मा को दिल्ली तलब किया था जहां से लौटने के बाद बघेल ने कहा था कि जरूरी नहीं की छाया वर्मा ही रायपुर की प्रत्याशी रहें. बघेल के इस बयान से यह माना जा रहा था कि पार्टी प्रत्याशी का नाम बदल सकती है. पार्टी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने इसकी पुष्टि की है.