दावा: PAK ने रोकी भारत की NSG सदस्यता
इस्लामाबाद | समाचार डेस्क: पाकिस्तान के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज़ अजीज़ ने वहां की नेशनल असेंबली में दावा किये कि भारत की एनएसजी सदस्या के मार्ग में रोड़े अटका दिये गये हैं. पाकिस्तान में विदेश मंत्री का पद वर्तमान में खाली होने के कारण सलाहकार ने नेशनल असेंबली में सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुये यह दावा किया. उधर, भारतीय विदेश मंत्री ने पहले ही साफ कर दिया था कि भारत, पाकिस्तान के एनएसजी सदस्यता के ख़िलाफ नहीं है.
India not opposed to Pakistan’s membership of Nuclear Suppliers Group: Swaraj
पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान इस हफ्ते सियोल में होने वाले परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (NSG) के महत्वपूर्ण अधिवेशन के पहले भारत की एनएसजी सदस्यता के खिलाफ सफलतापूर्वक प्रयास कर रहा है. अजीज की टिप्पणी भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा कि था कि भारत, पाकिस्तान को 48 सदस्यीय एनएसजी में शामिल करने के खिलाफ नहीं है.
भारत और पाकिस्तान दोनों ने एनएसजी की सदस्यता के लिए आवेदन किया है और दोनों सदस्य देशों से अपने लिए समर्थन जुटा रहे हैं. पाकिस्तान का सबसे जिगरी दोस्त चीन, भारत के एनएसजी की सदस्यता के प्रयास का लगातार विरोध कर रहा है.
अजीज नेशनल असेंबली में विपक्ष की आलोचना का जवाब दे रहे थे. विपक्ष का कहना था कि पाकिस्तान में विदेश मंत्री नहीं होने की वजह से वह भारत के बढ़ते कूटनीतिक दायरे के मुकाबले अपने मित्र देशों को प्रभावित नहीं कर पा रहा है.
अजीज ने आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल के सऊदी अरब, यूएई, कतर और ईरान जैसे मुस्लिम देशों के दौरे से उन देशों के साथ पाकिस्तान के रिश्ते में कमी नहीं आई है.
अजीज ने मोदी के इस्लामिक देशों के दौरे को पाकिस्तान की विदेश नीति की नाकामी मानने से सख्ती से इनकार किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दूसरे देश के मामले में हस्तक्षेप नहीं करने की अपनी नीति पर काम कर रहा है.
उन्होंने कहा कि ऐसा दिखाया गया था कि मोदी के दो देशों के दौरे के बाद हमारे मुस्लिम देशों से रिश्ते बिगड़ गए हैं.
उन्होंने मुस्लिम देशों के साथ पाकिस्तान के ऐतिहासिक एवं धार्मिक रिश्ते का उल्लेख करते हुए कहा कि ईरान के साथ रिश्ता सही दिशा में आगे बढ़ रहा है. खासकर ईरान के खिलाफ प्रतिबंध हटने के बाद पाकिस्तान-ईरान का रिश्ता मजबूत हुआ है.
अजीज के लंबे भाषण का नेशनल असेंबली के सदस्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और कई ने उनकी तीव्र आलोचना की.
विपक्षी सांसद जमशेद दास्ती ने 87 वर्षीय अजीज पर निशाना साधते हुए कहा कि इस उम्र में सरताज अजीज को चटाई पर बैठ कर इबादत करनी चाहिए.