खेल

सायना ने जीता इंडिया ग्रांप्री गोल्ड

लखनऊ | एजेंसी: देश की शीर्ष सटलर सायना नेहवाल ने 15 महीनों का ‘सूखा’ खत्म करते हुए रविवार को हमवतन एवं दूसरी वरीय पी.वी. सिंधु को मात देकर 1,20,000 डॉलर इनामी राशि वाला इंडिया ग्रांप्री गोल्ड महिला एकल खिताब जीत लिया. नौंवीं विश्व वरीयता प्राप्त सायना नेहवाल अक्टूबर, 2012 में डेनमार्क ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर जीतने के बाद अब तक कोई खिताब हासिल नहीं कर सकी थीं.

बाबू बनारसी दास इनडोर स्टेडियम में रविवार को हुए बहुप्रतीक्षित फाइनल मुकाबले में शीर्ष वरीय सायना ने दूसरी वरीय सिंधु को 40 मिनट में 21-14, 21-17 से मात दे दी. विजेता सायना को इसके लिए 9,000 डॉलर की पुरस्कार राशि मिली.

ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता सायना इससे पहले पिछले वर्ष अगस्त में हुए पहले इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) के दौरान भी सिंधु को मात दे चुकी हैं.

रविवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद को दोनों शिष्या जब बहुप्रतीक्षित मैच के लिए स्टेडियम पहुंचीं तो खचाखच भरे दर्शकों ने भारी उत्साह के साथ उनका स्वागत किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी सायना-सिंधु का मैच देखने के लिए स्टेडियम में मौजूद थे.

सायना ने पहले गेम में 11वीं विश्व वरीयता प्राप्त सिंधु को एकतरफा मुकाबले में हराया. सायना ने पहले गेम में शुरू से बढ़त बनाए रखा, तथा सिंधु को एक बार भी आगे नहीं निकलने दिया.

दूसरे गेम में हालांकि सिंधु ने बेहतरीन वापसी की और 4-0 की बढ़त हासिल कर ली. सिंधु ने दूसरे गेम में पहले गेम की अपेक्षा सायना को कहीं कड़ी टक्कर दी. लेकिन सायना ने सिंधु की चुनौती स्वीकार करते हुए गेम को 5-5 की बराबरी पर ला दिया.

सायना ने दूसरे गेम में 7-9 के स्कोर से पिछड़ने के बाद लगातार पांच अंक हासिल कर सिंधु पर 12-9 से बढ़त बना ली. सिंधु ने दोबारा आक्रमण तेज करते हुए एक मैच पॉइंट बचाने में कामयाब रहीं तथा इस अंतर को 20-16 तक पहुंचा दिया, लेकिन सायना ने अंतत: उन्हें दूसरे गेम में 21-17 से मात देकर 15 महीनों के खिताबी सूखे को खत्म कर दिया.

सिंधु की इंडिया ग्रांप्री गोल्ड के फाइनल में यह लगातार दूसरी हार है. पिछले वर्ष दिसंबर में हुए टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में सिंधु इंडोनेशिया की लिंडावेनी फानेतरी से हार गई थीं.

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