छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के आईएएस समीर विश्नोई को ED ने किया गिरफ़्तार

रायपुर | संवाददाता: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई को गिरफ़्तार किया है.विश्नोई 2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं.

समीर विश्नोई के अलावा व्यवसायी सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को भी गिरफ़्तार किया गया है.

इन लोगों को दो दिन से ईडी ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था.

गिरफ़्तारी के बाद भ्रष्टाचार के इन आरोपियों को रायपुर की एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से इन्हें ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया जाएगा.

ईडी ने कोर्ट को बताया कि आईएएस समीर विश्नोई के घर से 4 किलो सोना, 20 कैरेट हीरा और 47 लाख रुपए कैश मिले हैं.

बरामद किए गए सोने की कीमत दो करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है.

इस बीच समीर को आठ दिन की ईडी रिमांड में भेज दिया गया है.

गौरतलब है कि सोमवार को ईडी ने कई कोयला और शराब व्यापारियों, अधिकारियों और कारोबारियों के यहां छापा मारा था.

रायपुर, रायगढ़, दुर्ग, महासमुंद और बिलासपुर में केंद्रीय सुरक्षाबल के जवानों के साथ ईडी के अधिकारियों ने तड़के छापामारी की यह कार्रवाई की थी.

जिन लोगों के घर-दफ़्तर पर छापा मारा गया था, उनमें रायगढ़ ज़िले की कलेक्टर रानू साहु, उनके आईएएस पति जेपी मौर्य, आईएएस अधिकारी समीर बिश्नोई, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया, व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल, कांग्रेस नेता अग्नि चंद्राकर शामिल थे.

रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहु रायगढ़ में नहीं थी. ऐसे में उनके सरकारी मकान को ईडी ने सील कर दिया था.

इन गिरफ़्तारियों के बीच रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहु ने प्रवर्तन निदेशालय को एक पत्र लिख कर जानकारी दी है कि वे एक छोटी-सी सर्जरी के सिलसिले में रायगढ़ से बाहर थीं.

अब उनकी वापसी हो गई है.

उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय को लिखे पत्र में कहा है कि वे जांच में पूरा सहयोग देंगी.

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