उत्तरप्रदेश के संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान तनाव
लखनऊ | डेस्क : उत्तर प्रदेश के संभल में न्यायालय के आदेश के बाद शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसक विरोध के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े.
गौरतलब है कि जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा करते हुए संभल की अदालत में एक वाद दायर किया गया था. इसके बाद अदालत ने मस्जिद परिसर के सर्वे का आदेश दिया था. मंगलवार को अधिवक्ता आयुक्त ने प्रशासन के साथ मस्जिद का सर्वे किया था.
इसके बाद रविवार को भी टीम मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए पहुंची, इसी दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध और पथराव किया.
इधर इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संभल मामले पर कहा है कि जो भी अदालत के आदेश के पालन में बाधा डालेंगे उनके खिलाफ कानून अपना काम करेगा.
उन्होंने कहा, “न्यायालय के आदेश का पालन कराना सरकार और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है, उसे कराया जाएगा. जो न्यायालय के आदेश के पालन में बाधा डालेंगे उनके खिलाफ कानून अपना काम करेगा.”
वहीं बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने एक वीडियो जारी कर कहा, “संभल में सर्वे करने के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची थी. टीम पर पथराव करना दर्शाता है कि आपका संविधान में विश्वास नहीं है, देश की न्यायपालिका में विश्वास नहीं है, कानून में विश्वास नहीं है.”
इधर बसपा प्रमुख और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट में लिखा, “यूपी के संभल ज़िले की शाही जामा मस्जिद को लेकर अचानक विवाद, सुनवाई और फिर उसके फ़ौरन ही बाद आपाधापी में सर्वे की खबरें राष्ट्रीय चर्चा और मीडिया की सुर्ख़ियों में है.”
मायावती ने लिखा कि इस तरह से सद्भाव और माहौल को बिगाड़ने का संज्ञान सरकार और सुप्रीम कोर्ट को भी ज़रूर लेना चाहिए.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि संभल में गंभीर घटना हुई है. वहां सर्वे हो चुका था. चुनाव की चर्चा ना हो पाए, इसीलिए जानबूझकर सर्वे की टीम भेजी गई थी, जिससे कि माहौल ख़राब हो जाए.
अखिलेश ने कहा, “जानकारी मिली है कि कई लोगों को चोट पहुंची है और कई लोग घायल हैं. एक नौजवान नईम की जान चली गई है. आख़िरकार जब सर्वे हो चुका था तब सरकार ने दोबारा बिना तैयारी के सर्वे क्यों कराया?”
अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि ये जानबूझकर किया गया है- “ये जानबूझकर सरकार ने कराया है. ये जो संभल में हुआ है बीजेपी सरकार प्रशासन सब ने मिल कर कराया है. जिससे कि चुनाव की धांधली पर चुनाव की बेईमानी पर चर्चा ना हो सके.”