हिन्दू-मुस्लिम सबका दाह संस्कार हो
नई दिल्ली | संवाददाता: साक्षी महराज का कहना है कि हिन्दू-मुस्लिम सबका दाह संस्कार होना चाहिये. देश में चल रहे कब्रिस्तान-श्मशान की बहस में अब हमेशा विवादित बयान देने वाले साक्षी महराज भी कूद पड़े हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के कब्रिस्तान-श्मशान पर दिये बयान के उलट कहा है कि सभी का अंतिम संस्कार दहन करके किया जाना चाहिये. साक्षी महराज का दावा है कि मुस्लिम देशों में भी दाह संस्कार किया जाता है.
साक्षी महाराज ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री की बात सहमत नहीं हूं. कब्रिस्तान बनना ही नहीं चाहिये. अगर कब्रिस्तानों में हिंदुस्तान की सारी की सारी जमीन चली जायेगी तो खेती-खलिहान कहां होंगे ?”
साक्षी महाराज ने आगे कहा, “चाहे नाम कब्रिस्तान हो चाहे शमशान हो. सबका दाह संस्कार ही होना चाहिये.”
उन्होंने कहा, “किसी को गाड़ने की आवश्यकता ही नहीं है, दुनिया के बाकी मुस्लिम देशों में शवों को जलाया जाता है. उन्हें जमीन में नहीं गाड़ा जाता.”
साक्षी ने कहा, “देश में ढ़ाई करोड़ साधू हैं अगर सबकी समाधी बनेगी तो कितनी जमीन जायेगी. वहीं 20 करोड़ मुस्लिम हैं. अगर सबको कब्र चाहिये तो हिन्दुस्तान में जगह कहां मिलेगी.”
गौरतलब है कि यूपी के फतेहपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री मोदी ने अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुये कहा था, “धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए. यूपी में भेदभाव सबसे बड़ा संकट है. ये भेदभाव नहीं चल सकता. हर किसी को उसके हक़ का मिलना चाहिये ये सबका साथ सबका विकास होता है.”
प्रधानमंत्री ने कहा था, “अगर होली पर बिजली मिलती है तो ईद पर भी बिजली मिलनी चाहिये. भेदभाव नहीं होना चाहिये. अगर रमजान में बिजली मिलती है तो दिवाली पर भी बिजली मिलनी चाहिये. गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिये.”