मस्जिद के सामने बैले डांस, माफी मांगी
नई दिल्ली | बीबीसी: रूस में मस्जिद के सामने बैले नृत्य करने वाली नृत्यांगना को माफी मांगनी पड़ी है. रूस के सबसे बड़े मुस्लिम इलाकों में से एक तातारस्तान में एक मस्जिद के सामने बैले नृत्य के लिए गायिका ने धार्मिक नेताओं की आलोचना के बाद माफी मांगी है. रेज़ेदा गनीउल्लीना ने बोगर शहर में ‘व्हाइट मॉस्क’ के सामने एक म्यूजिक वीडियो बनाया. उन्होंने अपने गाने ‘माई सोल’ पर डांस किया था.
तातारस्तान के मुफ्ती को रेज़ेदा का ऐसा करना अच्छा नहीं लगा.
स्थानीय ‘इवनिंग कज़न’ वेबसाइट ने मुफ़्ती कामिल-खाज़रत समीगुल्लीन के हवाले से लिखा, “मस्जिद कोई नाचने की जगह नहीं है.” उन्होंने ये भी कहा कि तातार की इस्लामिक परंपराओं ने यहीं से जन्म लिया था.
वहीं दूसरी मस्जिद के इमाम का कहना है कि इस नृत्य से अल्लाह का घर अपवित्र हो गया है. उन्होंने मांग की है कि उस वीडियो को नष्ट कर दिया जाए.
जबकि इलाक़े के उप मुफ़्ती रुस्तम बातरोव कहते हैं, “दुर्भाग्य से तातर पॉप कल्चर के कुछ नुमाइंदे नहीं जानते कि मस्जिद और इस्लाम का क्या अर्थ है.”
गुरुवार को गनीउल्लीना ने वीके डॉट कॉम पर अपने अकाउंट पर माफ़ी मांगते हुए लिखा, “यदि इस क्लिप से किसी की भावनाओं को ठेस लगी है तो मैं माफी मांगती हूं.”
हालांकि ये विवाद मुख्य रूप से धार्मिक नेताओं तक ही सीमित लगता है. क्योंकि यूट्यूब पर इस वीडियो को लेकर लोग काफी उत्साहित हैं.
इवनिंग कज़न पर जब एक व्यक्ति ने लिखा, “किसी भी धर्म का अनादर करना सभ्य समाज के लिए कलंक है.” तो दूसरे यूजर ने लिखा, ” एक सुंदर स्त्री, सुंदर गीत और सुंदर नृत्य!”