हिन्दू जनसंख्या पर घिरे भागवत
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: हिन्दू जनसंख्या पर बोल मोहन भागवत राजनीतिक दलों के निशाने पर हैं. घटती हिंदू जनसंख्या के मुद्दे पर उन्होंने कहा, “कौन सा कानून कहता है कि हिंदुओं की जनसंख्या नहीं बढ़नी चाहिए. जब अन्यों की जनसंख्या बढ़ रही है तो उन्हें कौन रोक रहा है. मुद्दा हमारी व्यवस्था से जुड़ा नहीं है. ऐसा इसलिये है क्योंकि सामाजिक माहौल ऐसा है.”
राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अपने चार दिवसीय प्रवास के तहत आगरा कॉलेज में युवा दंपतियों को संबोधित किया. उनका विभिन्न सामाजिक वर्गों एवं पेशेवरों के समूहों के साथ संवाद का कार्यक्रम है. उसी दौरान उन्होंने यह बात कही.
इस पर उत्तर प्रदेश में बसपा नेता मायावती ने कहा कि “वो हिंदुओं को ज़्यादा बच्चे पैदा करने को तो कह रहे हैं, लेकिन वो मोदी जी से ये भी कहेंगे कि उनके लिए रोज़ी-रोटी सुनिश्चित करायें.”
मायावती ने आगरा में एक रैली में कहा, “आरएसएस के हेड बोल रहे हैं कि हिंदूओं को भी ज़्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए. मैं उन्हें ये कहना चाहती हूं कि वे नरेंद्र मोदी को भी बताएं कि हिंदू दो से ज़्यादा बच्चे तो पैदा कर लेंगे लेकिन क्या उनको ये रोज़ी रोटी दे पायेंगे.”
मोहन भागवत के हिन्दुओं की आबादी के सिलसिले में दिये गये बयान को लेकर कांग्रेस ने भी उन पर हमला करते हुये कहा है कि भागवत से इसके अलावा और क्या उम्मीद की जा सकती है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने एक प्रेस कांफ्रेंस में भागवत के मुसलमानों की जनसंख्या दर ज्यादा होने संबंधी एक बयान के बारे में पूछे गये सवाल पर कहा, ”वह (भागवत) धर्म की ही खाते हैं…वह और क्या बात करेंगे. वह रोजगार की बात करते, महंगाई की बात करते.. मगर वह ऐसा नहीं करते.” उन्होंने कहा कि भागवत अपनी हर बात और हर शब्द में तोड़ने की ही बात करते हैं.