रोहित को खुदकुशी करनी पड़ी: राहुल
हैदराबाद | समाचार डेस्क: हैदराबाद विश्वविद्यालय में एक दलित शोधछात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी पर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को केंद्रीय श्रममंत्री बंडारू दत्तात्रेय, हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति और इसके लिए कथित तौर पर जिम्मेदार अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “इसके लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे कड़ा दंड मिलना चाहिए.”
किसी का नाम लिए बगैर राहुल ने कहा कि दो केंद्रीय मंत्रियों और कुलपति ने ऐसी स्थितियां पैदा कीं कि शोधछात्र रोहित वेमुला को आत्महत्या करनी पड़ी.
कुलपति अप्पा राव के तत्काल इस्तीफे की मांग करते हुए राहुल ने कहा, “उसने आत्महत्या की है, लेकिन कुलपति, मंत्री और संस्थान ने ऐसी परिस्थितियां पैदा कर दी थीं.”
वह निलंबित किए गए चार अन्य दलित छात्रों से मिले और वेमुला के परिवार को सांत्वना दी. उन्होंने पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग भी की.
वह भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों से भी मिले और उन्होंने परिवार को पांच करोड़ रुपये का मुआवजा और नौकरी देने की छात्रों की मांग का समर्थन किया.
उन्होंने कहा, “यह युवक परिवार का भविष्य था, जिसे उन्होंने छीन लिया. अब उनका भविष्य सुनिश्चित किया जाए.”
राहुल ने कुलपति के रोहित की मां से न मिलने को संवेदनहीनता बताया.
मामले के राजनीतिकरण न करने के छात्र नेताओं के आग्रह पर राहुल ने कहा, “मामले के राजनीतिकरण का तो सवाल ही नहीं उठता, लेकिन संस्थान ने युवाओं को विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता देने की जगह, उन्हें कुचलने के लिए सत्ता का इस्तेमाल किया.”
उन्होंने छात्रों की इंसाफ की लड़ाई में अपना पूरा समर्थन देने का भरोसा जताया और कहा कि हर विश्वविद्यालय में यही हो रहा है.
राहुल ने कहा, “हमें इस लड़ाई को जारी रखना चाहिए, ताकि हम भविष्य में एक ऐसा कानून ला पाएं जो हर छात्र को कुछ न्यूनतम अधिकार दे.”
उन्होंने कहा कि इस तरह के कानून में संस्था की स्वायत्तता सुनिश्चित की जानी चाहिए और इसमें केंद्र सरकार की कोई बंदिश नहीं चाहिए.
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में पीएचडी कर रहे छात्र रोहित वेमुला ने रविवार को छात्रावास स्थित अपने कमरे में खुदकुशी कर ली. इसके बाद हैदराबाद से दिल्ली तक विरोध-प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया.
प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों का आरोप है कि रोहित ने यह कदम उसके साथ हुए भेदभाव व सामाजिक बहिष्कार की वजह से उठाया.
छात्रों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने दलित छात्रों के बहिष्कार का विरोध कर रहे छात्रों पर कार्रवाई के बाबत केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखा था. स्मृति के आदेश पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने पांच छात्रों को निलंबित कर दिया है. इस कार्रवाई के बाद एक छात्र ने खुदकुशी कर ली.