माओवादी इलाकों में एक साल में 25 किमी सड़क भी नहीं
रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित इलाके में पिछले साल भर में केवल 24.70 किलोमीटर सड़क ही बन पाई है. सड़क निर्माण की यह रफ़्तार पिछले 10 सालों में सबसे कम है.
भारत सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के अलावा विशेष तौर पर माओवाद प्रभावित इलाकों में सड़क आवश्यकता योजना और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क परियोजना के तहत सड़कों का निर्माण किया जा रहा है.
2009 में शुरु की गई सड़क आवश्यकता योजना के तहत पूरे देश भर में माओवाद प्रभावित इलाकों में 5422 किलोमीटर सड़क निर्माण की योजना थी. इसमें से छत्तीसगढ़ में 1988 किलोमीटर लंबी 54 सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी गई थी. जो इस योजना का कुल 27 प्रतिशत था.
लेकिन पिछले 10 साल में यानी 2009 से 30 नवंबर 2019 की स्थिति तक राज्य में केवल 1575 किलोमीटर सड़कों का ही निर्माण हो पाया. पिछले साल यानी 2019-20 में तो केवल 24.70 किलोमीटर सड़क का ही निर्माण हो पाया.
भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार 2009 में शुरु की गई इस योजना के तहत अभी भी छत्तीसगढ़ में 413 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जाना बचा हुआ है.
वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क परियोजना
2016 में शुरु की गई वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क परियोजना के तहत छत्तीसगढ़ में 2479 किलोमीटर लंबी 291 सड़कें बननी थीं.
इसके तहत पूरे राज्य में अब तक केवल दो सड़कों का ही निर्माण हो सका है.
सुकमा ज़िले की 2 सड़कों के अलावा माओवाद प्रभावित किसी भी ज़िले में एक भी सड़क का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है.