रूस के साथ संबंधों को प्राथमिकता
फोर्टालेजा | संवाददाता: प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के साथ संबंधों को प्राथमिकता देने की बात कही है. मोदी ने कहा कि रूस के साथ संबंध को प्राथमिकता दी जाएगी जो कि भारत की विदेश नीति का हिस्सा रहा है. उन्होंने कहा कि वह रक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, ऊर्जा, व्यापार, निवेश और जनसंपर्क के क्षेत्र में रूस के साथ रणनीतिक साझीदारी को मजबूती और विस्तार देने के लिए पुतिन के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि भारत रक्षा, परमाणु ऊर्जा, व्यापार और निवेश के क्षेत्र में रूस के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूती और विस्तार देना चाहता है. ब्राजील के शहर फोर्टालेजा में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के इतर मंगलवार को पुतिन से मुलाकात के दौरान मोदी ने भारत की आजादी के बाद से ही इसे आर्थिक विकास और सुरक्षा के क्षेत्र में उदार द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय समर्थन दिए जाने के लिए रूस की सराहना की.
प्रधानमंत्री मोदी तथा पुतिन दिसंबर 2014 को दिल्ली में होने वाले वार्षिक सम्मलेन के दौरान मिलेंगे, जो दोनों देशों के बीच सालों से मौजूद संबंधों के मजबूत दृष्टिकोण और रूपरेखा तैयार करने का अवसर होगा. मोदी ने कहा कि वह 2015 में रूस यात्रा का इंतजार कर रहे हैं.
गौरतलब है कि शीत युद्ध केजमाने से भारत का रूस के साथ संबंध रहा है. रूस ने भी कई मौकों पर भारत को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहायता प्रदान की है. मोदी सरकार बनने के बाद, प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान कि रूस के साथ पुराने सेबंध जारी रहेंगे, इस बात का संकेत है कि विदेश ने नीति में कोई बड़ा बदलाव नहीं हौोने जा रहा है.