मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा: शाह
नई दिल्ली | समाचार डेस्क: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केन्द्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के संकेत दिये हैं. हालांकि उन्होंने इसके लिये कोई तारीख नहीं बताई है. अमित शाह ने एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, “फेरबदल होगा.. लेकिन तिथि तय नहीं है.”
केंद्रीय मंत्रिमंडल में व्यापक फेरबदल के बारे में कयास लगाए जाते रहे हैं. केंद्रीय खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल अब असम के मुख्यमंत्री बन गए हैं. शाह ने कहा, “जब भी फेरबदल होगा, राजनीतिक परिस्थिति चयन का एक पहलू होगा.”
उन्होंने कहा कि देश को अर्से बाद मोदी के नेतृत्व में एक निर्णायक सरकार मिली है.
अमित शाह ने कहा, “घोटाले के दागी व भ्रष्ट संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन शासन की 10 साल की उथलपुथल के बाद देश को एक ऐसी सरकार मिली है, जिसने न केवल अहम निर्णय लिए बल्कि उन पर दिल से अमल भी किया. हमने एक भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दी है. हमारे विरोधी भी हम पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकते.”
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “हमने एक निर्णायक सरकार दी है, जो निर्णय लेती है, नीतियां बनाती हैं और उन्हें अमल में लाती है. देश को अर्से बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के रूप में एक निर्णायक सरकार मिली है.”
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने आर्थिक सुधारों एवं जन कल्याण के बीच संतुलन बनाया है.
अमित शाह ने कहा कि सरकार ने नीतिगत निर्बलता भी खत्म की है, जो संप्रग के 10 साल के शासन का प्रतीक है. सरकार ने लोगों के बीच आशा पैदा की है.
उन्होंने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि सरकार ने गरीबी, बेरोजगारी व किसानों की समस्याओं के दीर्घकालिक समाधान के लिए कदम उठाए हैं.
शाह ने कहा कि पिछली संप्रग सरकार सुधारों व जन कल्याण, राजनीति व नौकरशाही को लेकर दुविधा में थी, जबकि मौजूदा सरकार ने देश के सर्वागीण विकास के लिए एक संतुलित नजरिया अपनाया है.
उन्होंने कहा, “हमारी सरकार ने सुधारों व जनकल्याण के बीच संतुलन बनाया है. हमने सुधार के साथ-साथ जनकल्याण भी किया है. हम एक संतुलित नजरिये के साथ सर्वागीण विकास का अहसास कराने में सफल रहे हैं.”
उन्होंने कहा कि 21 करोड़ जन धन खाते खोले गए हैं और लोगों ने उनमें 35,000 करोड़ रुपये से अधिक जमा कराए हैं.
अमित शाह ने कहा, “बैंक खाता धारकों को 17 करोड़ रुपये कार्ड दिए गए, जबकि मुद्रा योजना के तहत 3.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को ऋण दिया गया है.”
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के तहत देश ने 2015 में यूरिया, बिजली व कोयला का सबसे ज्यादा उत्पादन दर्ज किया था. महंगाई पर भी काफी हद तक अंकुश लगा है.