बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव बरामद
बीजापुर। संवाददाता: छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित बीजापुर जिले में स्थानीय पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव एक सैप्टिक टैंक से बरामद हुआ है. मुकेश का शव उसी ठेकेदार के कैंपस में बने सैप्टिक टैंक में मिला है, जिसके ख़िलाफ़ मुकेश चंद्राकर के चैनल NDTV पर सड़क घोटाले की खबर प्रसारित हुई थी.
खबर प्रसारित होने के बाद राज्य सरकार ने सड़क घोटाले की जांच शुरु की थी.
हालांकि सैप्टिक टैंक में शव मिलने की खबर के बाद, उसमें से पानी निकालने की प्रक्रिया शुरु की गई है. उसके बाद शव बाहर निकाला जाएगा और अंतिम रुप से पुष्टि की जा सकेगी.
पत्रकार मुकेश के भाई युकेश चंद्राकर ने अपने भाई के लापता होने की लिखित शिकायत बीजापुर थाना में दर्ज कराई थी. हालांकि पुलिस का कहना है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लापता पत्रकार मुकेश चंद्राकर की पतासाजी के लिए एक टीम गठित की थी, और इस टीम के द्वारा लगातार खोजबीन जारी थी. इसके लिए साइबर टीम की भी मदद ली जा रही थी.
इधर स्थानीय पत्रकारों के साथ-साथ बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में भी बस्तर जिला पत्रकार संघ के पत्रकारों ने बस्तर के आईजी सुंदरराज.पी से मुलाकात कर लापता मुकेश चंद्राकर की जल्द से जल्द खोजबीन करने की मांग की थी.
बस्तर के आईजी सुंदरराज.पी ने कहा था कि शिकायत मिलने के तुरंत बाद ही बीजापुर पुलिस की टीम लगातार लापता मुकेश चंद्राकर की पतासाजी कर रही है.
इसके साथ ही बीजापुर के एडिशनल एसपी यूलेण्डर यार्क और बीजापुर कोतवाली के थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा के नेतृत्व में भी एक टीम बनाई गई थी और इस टीम द्वारा बीजापुर जिले के सभी इलाकों में पतासाजी की जा रही थी.
भाई यूकेश चंद्राकर ने दर्ज कराई थी रिपोर्ट
मुकेश चंद्राकर के भाई यूकेश चंद्राकर ने बताया कि बीते 1 जनवरी को उसके अपने भाई मुकेश से बात हुई थी लेकिन रात 8 बजे के बाद मोबाइल में संपर्क करने पर मुकेश का मोबाइल स्विच ऑफ बताया.
यूकेश के अनुसार 2 जनवरी के दोपहर तक भी मुकेश के वापस नहीं आने पर यूकेश ने सभी रिश्तेदारों और मुकेश के दोस्तो से फोन के माध्यम से पतासाजी करने की कोशिश की, लेकिन कुछ पता नहीं लगने पर बीजापुर कोतवाली थाना में पहुंच मुकेश के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.