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रायपुर में वायु प्रदूषण का रिकार्ड टूटा

रायपुर | संवाददाता: रायपुर में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर जा चुका है. पिछले सप्ताह भर से यही स्थिति बनी हुई है. प्रदूषण मापने वाली मशीन जहां तक प्रदूषण माप सकती है, रायपुर में प्रदूषण का स्तर उससे भी ऊपर जा चुका है. हालाँकि यह हर दिन का औसत प्रदूषण नहीं है. लेकिन राजधानी रायपुर में कई घंटे पीएम 5 और 10 कई गुणा अधिक दर्शा रहे हैं.

रायपुर में प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा पिछले 6 दिनों से निर्धारित मानक से कई गुना बड़ी हुई है. पीएम 2.5 यानी 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम व्यास वाले कण और पीएम 10 यानी 10 माइक्रोमीटर या उससे कम व्यास वाले कण को कहते हैं. इन कणों के कारण कई गंभीर बीमारियां होती हैं.

किसी शहर में वायु प्रदूषण के 9 अलग-अलग मानकों में से कोई भी मानक सीमा, दो दिनों तक बढ़ा हुआ आए तो उसकी जांच अनिवार्य है. रायपुर के पर्यावरण प्रेमी नितिन सिंघवी ने पर्यावरण संरक्षण मंडल के अध्यक्ष को पत्र लिखकर इसकी जांच की मांग की है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि रायपुर शहर ही नहीं प्रदेश के अन्य शहरों में भी पीएम 2.5 और पीएम 10 बढ़ा हुआ है. पिछले वर्ष नवम्बर से ये कई महीने लगातार बढे रहे परंतु छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने इसकी कोई जांच नहीं की.

6 दिनों से हालात ख़राब

भाटागांव नया बस स्टैंड रायपुर में लगे मॉनिटर यूनिट में 1 नवंबर 2024 से 6 नवंबर 2024 तक पीएम 2.5 का स्तर क्रमशः 500, 448, 186, 226, 144 और 195 के अधिकतम स्तर पर दर्ज किया गया है. जबकि इसे 60 से अधिक नहीं होना चाहिए.

इसी अवधि के दौरान पीएम 10 क्रमशः 500, 412, 147, 135, 115 और 139 था जबकि इसे 100 से अधिक नहीं होना चाहिए.

इसी अवधि के दौरान, कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर स्वीकार्य अधिकतम सीमा से कई गुना अधिक था.

पिछली दीवाली से इस बार प्रदूषण ज्यादा

इस दीवाली पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 500 रहा, जबकि पिछली दिवाली पर यह 309 था.

पीएम 10 भी इस दीवाली पर 500 रहा, जबकि पिछली दीवाली पर यह 190 था.

छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के मॉनिटरिंग मीटर 500 से ज्यादा की रिकॉर्डिंग नहीं कर सकते, इसी लिए पीएम 2.5 और पीएम 10 की रिकॉर्डिंग 500 पर रुक गई.

मॉनिटरिंग मीटर ज्यादा प्रदूषित जगहों पर नहीं

रायपुर शहर में मॉनिटरिंग मीटर एम्स, भाटागांव नया बस स्टैंड, कृषक नगर और सिलतरा में लगे हैं. इसके अलावा भिलाई में तीन, कोरबा में दो, बिलासपुर के मंगला में एक, छाल, कुंजेमुरा, मिलुपारा और तुमीडीह में एक एक मॉनिटरिंग मीटर लगे हैं. ये आठ मीटर, प्रदूषकों के प्रति घंटे का ऑनलाइन स्तर बताते हैं और इन्हीं को मिला करके एयर क्वालिटी इंडेक्स बनाया जाता है.

सीईसीबी के अफसरों ने रायपुर के मुख्य प्रदूषित इलाकों जैसे जयस्तंभ चौक, शास्त्री चौक, सदर बाजार, पचपेड़ी नाका और शंकर नगर में मॉनिटरिंग यूनिट नहीं लगाए हैं. ऐसे ही प्रदेश के अन्य शहरों जैसे बिलासपुर, रायगढ़ के प्रदूषित इलाकों में मीटर नहीं लगे हैं.

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