नक्सली हक़ की लड़ाई लड़ रहे-रविशंकर
रायपुर | संवाददाता:श्री श्री रविशंकर ने कहा है कि नक्सली हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं. आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने कहा है कि अगर सरकार चाहे तो वो नक्सलियों से बातचीत करने के लिये मध्यस्थ बनने के लिये तैयार हैं. उन्होंने कहा कि नक्सली जंगल में बैठ कर मौज़ मस्ती नहीं कर रहे हैं. वे अपने हक़ की लड़ाई लड़ रहे हैं.
एक कार्यक्रम लिये छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और नक्सल प्रभावित बस्तर पहुंचे रविशंकर ने कहा कि नक्सल समस्या का हल गोली-बंदूक नहीं है. उन्हें आध्यात्म के माध्यम से बातचीत कर समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जा सकता है.
आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता रविशंकर ने दावा किया कि कुछ समय पहले छत्तीसगढ़, झारखंड समेत कई राज्यों के एक हज़ार नक्सली बेंगलुरू के उनके एक कार्यक्रम में पहुंचे और इसके बाद इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया.
नाबालिग से यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार आसाराम के सवाल पर रविशंकर ने कहा कि आसाराम अगर दोषी हैं तो उनको प्रायश्चित करना चाहिये और उन्हें खुद आगे आ कर माफी मांगनी चाहिये.
हालांकि रविशंकर ने यह भी कहा कि अगर आसाराम दोषी नहीं हैं तो उन्हें फंसाने वाले को सजा मिलनी चाहिये. उन्होंने कहा कि कांचीपुरम के शंकराचार्य को भी इसी तरह फंसाया गया था, लेकिन वे निर्दोष निकले.
देश की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुये उन्होंने कहा कि भारत के उद्योगपति श्रीलंका जैसे छोटे देश में जा कर व्यापार करना चाहते हैं. मुद्रास्फीती दर घटती जा रही है. देश की स्थिति दयनीय है.
प्रधानमंत्री के लिये नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी में से किसी एक को चुनने पर उन्होंने कहा कि उनकी कभी राहुल गांधी से मुलाकात नहीं हुई है. वे उन्हें मीडिया के माध्यम से ही जानते हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुये रविशंकर ने कहा गुजरात में पिछले कुछ वर्षों में बहुत ही अच्छा काम हुआ है. सड़क, बिजली, पानी समेत आण लोगों की आम समस्याएं दूर हो गई हैं.