खाने की कीमत जान का जोखिम
रतनपुर | उस्मान कुरैशी: ग्राम पंचायत भरहीडीह के प्राथमिक शाला के बच्चों के मध्यांह भोजन करने की कीमत जान का जोखिम है. स्कुल की टूटी बाउंडीवाल की वजह से ऐसे हालात बन रहे है. इस मामले में शासन को शायद बच्चों के साथ कोई गंभीर दुर्घटना हाने का इंतजार है.
बिल्हा ब्लाक के ग्राम पंचायत भरहीडीह में प्राथमिक शाला भवन मुख्य सड़क व तालाब के किनारे बना है. शाला भवन व यहां पढ़ने वाले छोटे छोटे बच्चों की सुरक्षा के लिए बाउंडीवाल भी बनाए गए है लेकिन बाउंडीवाल का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर टूटफूट गया है. मध्यान्ह भोजन व लघु अवकाश के दौरान बच्चे दौड़कर सड़क पर आ जाते है.
भोजन से पहले व बाद में बच्चे खानें की थाली धोने तालाब में चले जाते है. सड़क में तेज रफतार वाहनें भी दौड़ती रहती है जिसकी वजह से दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है. स्कूल परिसर में ही हेंडपंप भी है जिसका उपयोग बच्चे नही करते.
बच्चों की सुरक्षा के सवालों पर स्कूल के प्रभारी प्रधान पाठक शरद गुप्ता कहते है कि हम लोग बच्चों को बाहर जाने से रोकते है. स्कूल का बाउंडीवाल जगह जगह से टूट फूट गया. इसकी वजह से हमेशा बच्चों को रोक पाना संभव नही है.
गुप्ता कहते हैं कि बाउंडीवाल की समस्या से उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है. पंचायत के लोगों को कहा गया है. लेकिन कही से सकारात्मक पहल नही हो पा रही है. वे खुद सड़क में चलने वाले तेज रफतार वाहनों व तालाब को गंभीर खतरा मानते है.
बच्चों की सुरक्षा को लेकर कारगर कदम नही उठाएं गए तो किसी गंभीर दुर्घटना की संभावनाओं से इंकार नही किया जा सकता. प्रशासन के आला अधिकारियों को शायद ऐसे ही किसी हादसे का इंतजार है.