रानी मुखर्जी के जन्मदिन पर हिचकी
मुंबई | डेस्क: हिचकी को लेकर उत्साहित रानी मुखर्जी ने अपने जन्मदिन पर एक भावुक खत लिखा है. हालांकि माना जा रहा है कि यह रानी की फिल्म के प्रमोशन का हिस्सा है लेकिन एक बड़ा वर्ग सच में रानी की इस चिट्ठी को लेकर भावुक हो गया है.
रानी ने अपने पत्र में कहा है कि पुरुष के साथ असमानता फिल्म उद्योग में बड़े पैमाने पर होता है और यह साफ नजर आता है. रानी ने इस बात को स्वीकार किया कि बदलाव हो रहा है. उन्होंने कहा कि वह बेहतरी के लिए बदलाव होता देख सकती हैं और यह बात उन्हें खुशी से भर देती है.
रानी ने खत में लिखा है कि कैसे अभिनेत्रियों पर हमेशा सबकी नजरें होती हैं और उनके लुक, आवाज, नृत्य कौशल को लेकर जज किया जाता है. उन्होंने कहा कि अपने जन्मदिन पर वह वह इन बड़ी ‘हिचकी’ का जिक्र करना नहीं छोड़ सकतीं, जिसका सामना उन्हें और उनकी साथी अभिनेत्रियों को करना पड़ा है. लैंगिकता रूढ़िवादी धारणा का जवाब उन्होंने शादी और मातृत्व के बाद फिल्मों में वापसी कर दिया है.
रानी ने पत्र में लिखा है- “मैं आपसे वादा करती हूं कि मैं काम करना और अपनी सभी खूबसूरत, दयालु, प्रतिभाशाली साथी अभिनेत्रियों के साथ रूढ़िवादी धारणाओं के खिलाफ लड़ना जारी रखूंगी और हमारे समाज और फिल्म उद्योग को आगे परिपक्व होते देखने की उम्मीद करती हूं.”
पत्र में रानी ने लिखा है- “एक महिला के तौर पर, मैं यह स्वीकार करती हूं कि यह एक आसान सफर नहीं रहा है. मुझे हर रोज खुद को साबित करना पड़ा है. अभिनेत्रियों को खुद को हर रोज साबित करना पड़ता है.”
रानी मुखर्जी ने फिल्म उद्योग में लैंगिक असमानता को रेखांकित करते हुये लिखा है-“एक महिला का छोटी अवधि का करियर होता है, एक शादीशुदा महिला की समानता मर जाती है. महिला प्रधान (मैं इस शब्द से नफरत करती हूं) फिल्में एक बड़ा जोखिम होती हैं.”