रमन की तीसरी पारी शुरु
रायपुर | संवाददाता: डॉक्टर रमन सिंह ने लगातार तीसरी बार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में गुरुवार को शपथ ग्रहण की. राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्रउंड में अयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल शेखर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
सामारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवानी, भाजपा के पी एम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री तथा उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अजीत जोगी भी मौजूद थे.
सभी लोगों ने डॉ. रमन सिंह को तीसरी बार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी. विशाल मंच पर विशिष्ट अतिथियों सहित छत्तीसगढ़ विधानसभा के तीसरे आम चुनाव में नवनिर्वाचित विधायकों सहित अनेक पूर्व विधायक और पूर्व सांसद, विभिन्न जिला पंचायतों, जनपद पंचायतों और ग्राम पंचायतों तथा नगरीय निकायों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे.
मुख्य सचिव सुनिल कुमार तथा राज्य सरकार के सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण भी कार्यक्रम में मौजूद थे. उल्लेखनीय है कि 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा का तीसरे आम चुनाव के लिए पिछले महीने की ग्यारह और उन्नीस तारीख को मतदान हुआ था. इस महीने की आठ तारीख को मतगणना के बाद घोषित चुनाव परिणामों में भारतीय जनता पार्टी को 49 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत मिला और डॉ. रमन सिंह तीसरी बार भाजपा विधायक दल के नेता निर्वाचित हुए और आज उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
यह भी एक अच्छा संयोग रहा कि डॉ. रमन सिंह ने वर्ष 2008 में दूसरी बार भी बारह दिसम्बर को इसी पुलिस परेड मैदान में सार्वजनिक समारोह में आम जनता के बीच मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और आज भी बारह दिसम्बर को ही उनका शपथ ग्रहण समारोह इसी मैदान में उमड़ते जनसैलाब के बीच आयोजित किया गया. उन्होंने पहली बार वर्ष 2003 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रथम आम चुनाव में अपनी पार्टी को भारी बहुमत मिलने के बाद प्रदेश के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेकर राज्य प्रशासन की बागडोर संभाली थी. उस समय भी उन्होंने इसी पुलिस परेड मैदान में जनता के बीच शपथ ग्रहण किया था.
रमन सिंह
रमन सिंह का जन्म 15 अक्टूबर, 1952 में कवर्धा में हुआ था. रमन सिंह 1990 और 1993 में मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे. उसके बाद सन् 1999 में वे लोकसभा के सदस्य चुने गये. 1999 और 2003 में उन्होंने भारत सरकार में राज्य मंत्री का भी पद संभाला. 2003 में हुये विधानसभा के चुनावों में उन्होंने सफलता पाई और छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री बने. 2008 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने फिर से सफलता पायी और राज्य के पुनः मुख्यमंत्री बने.